-स्वास्थ्य विभाग को सुविधा
-100 बेड पर हो सकेगी 24 घंटे निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति
बलिया: सीएचसी बसंतपुर पर राज्य आपदा मोचक निधि से स्थापित आक्सीजन प्लांट का उद्घाटन संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने रविवार को किया। इस दौरान कहा कि इस ऑक्सीजन प्लांट के लग जाने से अब वहां 100 बेड पर 24 घंटे निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। यानि, 55 बेड की क्षमता वाली इस सीएससी पर ऑक्सीजन की कमी कत्तई नहीं होगी। भविष्य में किसी भी परिस्थिति में बेड बढ़ाया गया तो भी ऑक्सीजन आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में होगी।
राज्यमंत्री शुक्ल ने ऑक्सीजन प्लांट का बकायदा निरीक्षण किया और उसकी क्षमता के बारे में सीएमओ से पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के नियंत्रण के मामले में सरकार ने तेजी से स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाकर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। कहीं भी ऑक्सीजन की कमी ना हो, इसके लिए तत्परता से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना हो रही है। हफ्ते दिन में फेफना में भी ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएगा। यह ऑक्सीजन प्लांट जून में बनना शुरू हुआ था। दो से ढाई महीने में इसका निर्माण पूरा कराकर शुरू भी करा दिया गया, जो किसी विशेष उपलब्धि से कम नहीं। बता दें कि सीएचसी बसंतपुर में 18 बेड वेंटिलेटर से लैस हैं, जो अभी भी चल रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में इनके जरिए कई मरीज भी ठीक हुए।
बैकअप की भी सुविधा, अलग से हैं 18 जम्बो सिलेंडर
राज्यमंत्री शुक्ला ने ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता व सुविधाओं की जानकारी ली तो बताया गया कि यहां बैकअप की भी सुविधा है। यानि, अगर संयोगवश कभी मशीन खराब भी हो गई तो बैकअप के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति होती रहेगी। बैकअप के लिए 18 जंबो सिलेंडर अलग से हैं। उद्घाटन के मौके पर सीडीओ प्रवीण वर्मा, सीएमओ डॉ तन्मय कक्कड़, एसीएमओ डॉ हरिनन्दन, डॉ वीरेंद्र, डॉ केशव, डॉ उज्ज्वल प्रकाश, डॉ अभिषेक आदि थे।
इस तरह काम करेगा ऑक्सीजन प्लांट
बसंतपुर में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट खुद ही ऑक्सीजन जेनरेट करेगा। यह वातावरण से हवा लेकर कंप्रेस करके ड्राई करता है और उसमें से आर्द्रता को निकालकर केमिकल प्रक्रिया के द्वारा, जिसे पीएसए सिस्टम कहते हैं, ऑक्सीजन को अलग कर उसे स्टोर करके एक निश्चित प्रेशर पर हॉस्पिटल को सप्लाई करता है।