-शंकराचार्य का आशीर्वचन
-गड़वार के जंगली बाबा धाम में शंकराचार्य का हुआ प्रवचन
बलिया : गड़वार क्षेत्र के श्री जंगली बाबा धाम पर चल रहे महारुद्र यज्ञ के अवसर पर पधारे काशी सुमेरूपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानन्द सरस्वती ने लोगों को आशीर्वचन दिया।
सोमवार की देर शाम को अपने आशीर्वचन के प्रथम दिन कहा कि भारत में यज्ञ करने की परंपरा अनादि काल से रही है। भारत भूमि यज्ञ भूमि थी जहां के ऋषि मुनि अपने साधना तपस्या के बल पर असम्भव कार्य सम्भव किए। कहा कि गीता प्रत्येक घर में होनी चाहिए व सभी को इसमें कही बातों का मनन व अनुसरण करना चाहिए। यज्ञ साक्षात भगवान शिव का रूप है।यज्ञ में श्रद्धा और भक्ति भाव से आहुति देने से सभी कामनाओं की प्राप्ति होती है। आशीर्वचन के पूर्व स्वामी श्री परमेश्वरानन्द सरस्वती (उड़िया बाबा) सहित पंडाल में मौजूद सभी संत जन व भक्तों ने शंकराचार्य को माला पहनाकर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर नाल बाबा, सियाराम रसिक, रामभद्र करपात्री (बालक बाबा), सत्यनारायण दास, चंग बाबा, बृजभूषण दास सहित सैकडों भक्त जन उपस्थित थे।