-मचा कोहराम
-नहीं झेल पाया सूदखोरों का दबाव
बलिया: सुखपुरा थाना क्षेत्र के युवा व्यापारी रवि कुमार गुप्ता (25) पुत्र शिवजी गुप्ता ने फांसी का फंदा बनाकर मौत को गले लगा लिया। चर्चा है कि रवि ने यह कदम सूदखोरों के दबाव में आकर उठाया है। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सुखपुरा चट्टी पर रवि की बिस्कुट टॉफी की होलसेल दुकान है, जिसे वह अपने बड़े भाई राजेश के साथ मिलकर चलाता था। बिस्कुट और टॉफी की सप्लाई ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में दुकानदारों को करता था। दुकान की पूंजी बढ़ाने और उसे व्यवस्थित करने के लिए रवि ने कस्बे के कुछ सूदखोरों से रुपया लिया था। पिछले डेढ़ साल से कोरोना संक्रमण के चलते इनका व्यापार कमजोर पड़ गया। लॉकडाउन में इनकी पूंजी काफी टूट गई थी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह अपने आपको संभाल पाता, तब तक कोरोना की दूसरी लहर आ गयी और पुन: उनका व्यवसाय लड़खड़ा गया। उधर, सूदखोर इन पर दबाव बनाने लगे और गाली गलौज पर भी उतर गए। इससे रवि कुछ दिनों से काफी दबाव में था। सोमवार की सुबह घर के सभी सदस्य बाहर चले गए। बच्चे स्कूल चले गए और केवल उसकी मां रह गई तो वह छत पर बने एक कमरे में दुपट्टे का फंदा लगाकर पंखे से झूल गया। उसकी मां ने उसके भांजे को नाश्ता हेतु उसे बुलाने के लिए भेजा तो उसका भांजा पंखे में झूल रहे अपने मामा को लटका देख काफी भयभीत हुआ और चिल्लाने तथा रोने लगा। तब तक पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। दुपट्टा काटकर उसे नीचे उतारकर निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना तुरंत कस्बे में फैल गई और उसके आवास पर काफी भीड़ लग गई। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। उसके घर के बच्चों को जब विद्यालय में खबर मिली तो वह भी दौड़े हुए आए और जोर जोर से रोने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया।
थानाध्यक्ष सुखपुरा विवेक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है।व्यवसायी ने किन परिस्थितियों में फांसी लगाया। इसकी जांच की जा रही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।