-विधानसभा चुनाव 2022
-मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल और पूर्व मंत्री नारद राय को अभी भी नहीं मिला ग्रीन सिंगनल
-भाजपा ने मंत्री उपेंद्र तिवारी को तो सपा ने पूर्व मंत्री मो. रिजवी को पहले ही दे दिया है हरी झंडी


शशिकांत ओझा
बलिया : विधानसभा चुनाव के छठवें चरण के लिए नामांकन चार फरवरी से होना है। बलिया जिले में भी मतदान छठवें चरण में होना है। वैसे तो अभी कई विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों की घोषणा होनी रह गयी है पर जिले के दो दिग्गज पार्टियों के भंवर जाल से अभी भी निकल नहीं पाज हैं। भाजपा की जाल में कद्दावर मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल हैं सपा के भंवर जाल में पूर्व मंत्री नारद राय। नगर विधानसभा क्षेत्र से दोनों का टिकट अभी रुका है जबकि मंत्री उपेंद्र तिवारी को भाजपा और मो. रिजवी को सपा ने ग्रीन सिंगनल दे दिया है।

जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों में कहीं कहीं उम्मीदवार घोषित होने रह गए हैं पर सर्वाधिक खराब स्थिति नगर विधानसभा क्षेत्र की है। यहां अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। भाजपा और सपा दोनों दलों में टिकट मांगने वालों की लंबी लंबी फेहरिस्त है पर भाजपा के विधायक। और कद्दावर मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल इस सीट पर वर्तमान में कब्जा रखने के बाद भी भंवर में अभी तक फंसे हैं। जबकि सपा से पूर्व मंत्री नारद कई बार विधायक और मंत्री रहने के बाद भी अब तक यहां भंवर में फंसे हैं।

जिले के दिग्गजों में मंत्री उपेंद्र तिवारी, नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और पूर्व मंत्री मो. रिजवी को अपने अपने क्षेत्र में पार्टियों का ग्रीन सिंगनल (टिकट) मिल चुका है। बलिया नगर विधानसभा क्षेत्र के सपा और भाजपा के दोनों दिग्गजों को लेकर पब्लिक में तरह तरह की चर्चाएं हैं। दोनों दिग्गज टिकट पाते हैं कि उससे चूक जाते हैं यह तो दलों की घोषणा के बाद स्पष्ट होगा पर दोनों का भंवर जाल में पड़ना ही आश्चर्य का विषय है। हालांकि मंत्री आनंद स्वरूप और पूर्व मंत्री नारद राय को जिला कद्दावर नेता मानता है।
