-जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय
-बालिकाओं को वक्ताओं ने कहा कभी भी अबला नहीं रही, शुरू से भारत में नारी का सम्मान
बलिया : मिशन शक्ति -3 के अन्तर्गत जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के हजारी प्रसाद द्विवेदी अकादमिक परिसर में छात्राओं की आत्मरक्षा, सुरक्षा एवं संरक्षा हेतु एक परामर्श सत्र एवं मार्शल आर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय एवं किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय रक्सा, रतसर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
मार्शल आर्ट के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक चाँदनी चौहान ( ब्लैक बेल्ट) तथा बेल्ट प्राप्त प्रशिक्षक विवेक चौहान के साथ अन्य 15 प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को आत्म रक्षा, सुरक्षा एवं संरक्षा के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षणोपरान्त विश्वविद्यालय के शैक्षणिक निदेशक डा. गणेश कुमार पाठक द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित किया गया। अपने संबोधन में डा. पाठक ने कहा कि नारियां कभी भी अबला नहीं रही हैं, वे सदैव सशक्त रही हैं। प्राचीन काल से ही भारत में नारियों को सम्मान प्राप्त होता रहा है। नारी में इतनी शक्ति है कि उसकी शक्ति के आगे कोई भी बुरी सोच वाला व्यक्ति धराशायी हो सकता है।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम की संयोजिका डा० सुचेता प्रकाश द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डा० बीना पाण्डेय, डा० मनीषा सिंह, डा० अपराजिता उपाध्याय, डा० प्रमोद शंकर पाण्डेय, डा० यादवेंद्र प्रताप सिंह, सुश्री वंदना सिंह यादव,आशीष सिंह एवं शैलेन्द्र कुमार सिंह आदि असिस्टेंट प्रोफेसर्स एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।