-प्रस्तावक बन जीत लिया उम्मीदवार और दल का दिल, दूसरे संग मिल गणित की तैयारी
-उम्मीदवार के लिए यह बड़ा संकट कि वह किस सदस्य को माने अपने संग
बलिया : जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश के सभी जिलों में पर्चा दाखिला हो गया है। कहीं कहीं अध्यक्ष निर्विरोध हो गए हैं तो कहीं कहीं निर्विरोध होने की संभावना है। कहीं कहीं सीधी लड़ाई होने की उम्मीद है। बलिया भी सीधी जंग वाले जिलों में से एक है कारण यहां दो ही उम्मीदवार हैं। एक भाजपा का और एक सपा का।
बलिया के निर्वाचित सदस्यों की बात करें तो कुछ अपने गुणा गणित पर जुट गए हैं। एकाध सदस्य तो ऐसे हैं जो पर्चा दाखिला के समय किसी उम्मीदवार का प्रस्तावक बन उनका और उसके दल का दिल जीत लिया और मत वो किसी और को देने वाले हैं। बलिया में उम्मीदवार के समक्ष वह दिक्कत है कि वे किस सदस्य को अपने संग माने। चुनाव तीन जुलाई को होगा। मतगणना भी उसी दिन होनी है। अध्यक्ष कौन होगा यह तो उसी दिन पता लगेगा पर तब तक उम्मीदवारों की स्थिति सामान्य नहीं है। बलिया में सेटिंग के बाद मत दूसरे को देना परंपरा जैसा रहा है। ऐसे में प्रस्तावक ही दूसरे को मत देने की बात कर रहा हो तो उम्मीदवार के लिए चिंता का विषय होगा ही।