-बांसडीह क्षेत्र की घटना
-स्थानीय लोगों ने मशक्कत से चार को बचाया, दो हुईं लापता
-एनडीआरएफ की टीम को सुबह मिली थोड़ी सफलता, एक का शव बरामद
रविशंकर पांडेय
बांसडीह (बलिया) : जीवित्पुत्रिका व्रत पर घर की महिलाओं संग स्नान करने गई छह लड़कियां घाघरा के छाड़न में डूबने लगी। इससे कोहराम मच गया। चार को ग्रामीणों ने मशक्कत से बचा लिया पर दो लापता हो गई। एक का शव गुरुवार की सुबह एनडीआरएफ टीम को मिला एक की तलाश जारी है।
बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के खेवसड गांव से सटे घाघरा नदी के कुड़िया घाट पर जीवित्पुत्रिका व्रत पर स्नान करते समय छह लड़किया डूबने लगीं। इनमें से ग्रमीणों ने चार को सकुशल बाहर निकाल लिया। लेकिन दो का पता नहीं चल सका। देर शाम तक एनडीआरएफ की टीम उनकी तलाश करने में लगी रही। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। गुरुवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम ने एक किशोरी का शव बरामद कर लिया। दूसरी किशोरी की तलाश जारी है । घटनास्थल पर तहसीलदार , सीओ बांसडीह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक समेत कई आला अधिकारी मौजूद है। वही शव मिलने के बाद किशोरी के घरवालों का रो रो कर बुरा हाल है ।
मौके पर पहुंचे आला अफसर
युवती की तलाश में जुटी एनडीआरएफ की टीम
बुधवार को पुत्रों की लंबी आयु के लिए माताओं द्वारा जीवित्पुत्रिका का व्रत रखा गया और शाम तिरंगी तो लाओ राजा गांव की औरतें स्नान करने सरयू के छाड़न में गई थीं। महिलाओं के साथ बच्चे और किशोरीयां भी थी । स्नान करते समय छह किशोरियां डूबने लगी। जिनमें से 4 की स्थानीय लोगों ने किसी तरह से बच लिया परंतु रीना पुत्री रामदेव यादव और गोल्डी पुत्री राजाराम गहरे पानी में समा गई । घटना की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन, तहसील दार प्रवीण सिंह, सीओ बाँसडीह प्रीति त्रिपाठी , एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य, ग्राम प्रधान आलोक कुमार सिंह , प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पांडेय समेत आला अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए। देर रात तक एनडीआरएफ की टीम युवतियों की तलाश में लगे रहे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।