-विधानसभा चुनाव
-अभी पार्टियों में ही जंग कर रहे हैं राजनीतिक योद्धा, उम्मीदवार चयन के बाद भी होगा संग्राम
शशिकांत ओझा
बलिया : मिशन 2022 की जंग वैसे तो कुछ समय शेष है पर राजनीतिक दलों में यह अभी जारी हो गया है। राजनीतिक योद्धा अभी अपने अपने दल के साथियों से ही जंग कर रहे हैं। दलों द्वारा उम्मीदवार घोषित करने के बाद दिलचस्प जंग होगी। 361 नगर विधानसभा क्षेत्र बलिया में यह जंग सर्वाधिक है।
बात भारतीय जनता पार्टी से शुरु करते हैं। यहां वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के आनंद स्वरूप शुक्ल विधायक हैं। वे प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में राज्य मंत्री भी हैं। वो पहली बार विधायक बने हैं इसलिए दोबारा प्रयास करना लाजमी ही है। उनकी लड़ाई किससे होगी यह तो बात अभी दूर है पर भाजपा में उनकी जंग बहुत जबरदस्त है। पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य वरिष्ठ नेता नागेंद्र पांडेय, पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिनेश पाठक, वरिष्ठ नेता जितेंद्र तिवारी, शशांक शेखर तिवारी सहित पूर्व सांसद भरत सिंह यहां से टिकट का दावा कर रहे हैं। आनंद स्वरूप शुक्ल का पार्टी में इतना विरोध है। बात समाजवादी पार्टी की करें तो यहां पिछले चुनाव में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता उम्मीदवार थे कारण पूर्व मंत्री नारद राय पार्टी छोड़ बसपा से उम्मीदवार घोषित हो गए थे। इस बार नारद राय भी सपा में हैं और टिकट का दावा कर रहे हैं तो यहां लड़ाई लक्ष्मण गुप्ता की जंग नारद राय से भी है। यहां और मजबूत दावा अनिल राय, मृत्युंजय तिवारी बब्लू, सुशील पांडेय कान्हजी, संजय उपाध्याय, शशिकांत चतुर्वेदी, अकमल नइम खां, सहित आधा दर्जन है। ऐसे में पूर्व मंत्री नारद राय की भी जंग है। सपा और भाजपा क्या करेगी देखना है। बलिया नगर में वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक की अपनों से लडाई बहुत है। मिशन 2022 और विधानसभा चुनाव का माजरा अभी मतदाताओं को देखना ही है।