-कोविड महामारी की लहर
-कड़ाई से कराई जाए सभी की जांचे तो और बढ़ सकती है मरीजों की संख्या
-वर्ष के पहले दिन तीन मरीजों से हुई थी शुरुआत, नौ दिन में संख्या पहुंची 42
बलिया : देश और प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर में जैसे-जैसे वीआईपी और बड़े बड़े अधिकारी पाजीटिव हो रहे हैं बलिया जिले में भी खतरा वैसे ही दस्तक देने लगा है। जिले में वैसे तो चिह्नित मरीजों की संख्या अब पचास का आंकड़ा छूने वाली है पर चिंता का विषय यह है कि उसमें एक सीएचसी रेवती सीएचसी के अधीक्षक चिकित्साधिकारी डा. धर्मेंद्र कुमार भी हैं जो टीकाकरण और जांच वाले कार्य सहित नवागत जिलाधिकारी की पहली बैठक में भी सम्मिलित हुए थे। स्वास्थ्य विभाग उनके पाजीटिव होने से काफी परेशान है और उसके साथ रहने वाले और आसपास के लोगों की जांच करा लेने की अपील भी की है। सीएचसी को पूरी तरह सेनेटाइज कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी पाजीटिव मरीजों को बसंतपुर में स्थापित एल-टू अस्पताल में भर्ती कराया है या सुविधानुसार होम आइसोलेटेड किया गया है। जिले में पिछले जून के बाद कोई मरीज पाजीटिव नहीं मिला था। कोरोना तीसरी लहर की दस्तक नववर्ष के आगमन के साथ ही हुई। एक जनवरी को ही जिले में तीन मरीज मिले और अब संख्या 42 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग हालांकि की टीकाकरण करने में बहुत मेहनत कर रहा है। फिर धीरे धीरे मरीजों की संख्या बढ़ने ही लगी है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्साधिकारी और चिकित्साकर्मियों के पाजीटिव होने पर विभाग की परेशानी कुछ अधिक ही बढ़ रही है। आचार संहिता लगने के बाद जिलाधिकारी और वैसे तो बहुत काम करने हैं पर नवागत डीएम और नवागत सीएमओ के लिए पाजीटिव मरीजों की संख्या बढ़ना काफी चिंतनीय है।