-विधानसभा चुनाव 2022
-सपा और भाजपा में टिकट को लेकर तीन से चार लोग हैं निश्चिंत
-समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किसे देंगे टिकट यह है बड़ा यक्ष प्रश्न
-सवाल : भाजपा का हाथ पुराने पर या बदलाव की पुरानी संस्कृति पर
बलिया : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। निर्वाचन आयोग ने तिथियों को जारी कर दिया है। ऐसे में पार्टियों को उम्मीदवार तय कर मैदान में भेजना आवश्यक हो गया है। बात बलिया की करें तो यहां चुनाव छठवें चरण में तीन मार्च को होना है। मतदान में वैसे दो महीने से भी कम समय बचा है पर एक एक विधानसभा में अभी भी सभी दलों में लगभग आधा दर्जन उम्मीदवार बचे हैं। देखिए किस उम्मीदवार को उनके दल का साथ मिलता है।
बलिया जिले की नगर विधानसभा क्षेत्र 361 की बात करें तो यहां कांग्रेस और बसपा से कौन चुनाव लड़ना चाहते हैं यह किसी को अभी तक पता नहीं पर समाजवादी पार्टी और सत्ताधारी भाजपा में काफी जंग दिख रही है। समाजवादी पार्टी की बात करें तो यहां वैसे तो दर्जन भर से अधिक लोग चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं पर अब मुकाबला पूर्व विधायक मंजू सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल राय, पूर्व नपा चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता और पूर्व मंत्री नारद राय के बीच अटका है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल राय विधानसभा चुनाव पहली बार लड़ने की तैयारी में हैं नहीं तो बाकी लड़ चुके हैं। देखना है कि अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का हाथ किसके सिर पर आता है।
उसी तरह बात भाजपा की भी करें तो यहां बहुत ज्यादा जंग अभी दिख रही है। यहां से पहली बार चुनाव लड़े और जीते आनंद स्वरूप शुक्ल के खिलाफ टिकट मांगने वालों की फेहरिस्त ज्यादा है। परंतु नगर विधानसभा क्षेत्र में तीन आखिरी मुकाबले में हैं। राज्य कार्य कारिणी के सदस्य नागेंद्र पांडेय और वीरेंद्र पाठक टुनजी और आनंद स्वरूप के बीच जंग है। देखना है भारतीय जनता पार्टी का हाथ किसके सिर पर आता है।