-औचक निरीक्षण
-कई साल से जमे चिकित्सा अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर का दिया निर्देश
रविशंकर पांडेय
बांसडीह (बलिया ) : केंद्र सरकार से लगायत प्रदेश सरकार द्वारा लगातार स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं जिले में शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी व आजमगढ़ मंडल कमिश्नर विजय विश्वास पंत शनिवार को बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अचानक पहुंचे।
कमिश्नर गंदगी व फाइलों का रख रखाव देख कर आपे से बाहर हो गए। जिससे वहां हडकम्प मच गया। वहीं उक्त अस्पताल में कई साल से जमे चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुधार कुमार तिवारी को तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर का निर्देश दिए। बताते चलें कि जिले की स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही हमेशा से रही है। जब कि माननीयों का अस्पतालों में दौरा होता रहता है। आलम यह है कि इतना के बावजूद भी सुधार नही दिखता। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने जननी सुरक्षा योजना की जानकारी मांगी जहां कोई भी रिकार्ड स्वास्थ्य अधीक्षक नहीं दिखा सके। फाइलें चादर से ढक कर रखी गई थी। एक ही कमरे में तीन डॉक्टरों की कुर्सी देख कर भी चिकित्सा अधीक्षक को डांट पिलाई। अस्पताल की दुर्व्यवस्था पर चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य कर्मचारियों को भी डांट पिलाई। एक एक चीज कमिश्नर ने पूछा जिसका कोई भी जबाब अस्पताल के कर्मचारी नहीं दे पाए।
पत्रकारों ने कमिश्नर से कहा कि यहां पर 10 वर्षो से कर्मचारी पड़े हैं और यहां दुर्व्यवस्था फैलाए हैं तो कमिश्नर बिजय बिश्वास पंत ने वहां पर मौजूद जिलाधिकारी अदिति सिंह व सीएमओ को अस्पताल में अन्य कर्मचारी जो वर्षों से हैं। अगले ट्रांसफर लिस्ट में सभी को हटाने का निर्देश दिया गया है। कमिश्नर ने अस्पताल के बाद ब्लॉक का भी गहनता के साथ निरीक्षण कमिश्नर ने किया। यहां की अनियमितता पर काफी नाराज रहे। एक महिला ने कमिश्नर बिजय बिस्वास पंत व जिलाधिकारी अदिति सिंह को ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा आवास की सूची में नाम आने व उसे काटने की शिकायत की इस पर मंडलायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारी को तत्काल मौके पर जाने का निर्देश दिए व उक्त ग्राम पंचायत के सचिव से लिखित में स्पस्टीकरण लेने का निर्देश दिया। खण्ड विकास अधिकारी को सभी कार्य दुरुस्त करने की हिदायत दी।और कमियों को सुधारने के लिये चेतावनी दी।