-बलिया की खुशनसीबी
-नगर विधानसभा के विधायक दयाशंकर सिंह के साथ मो. दानिश अंसारी भी बने मंत्री
-पिछली बार फेफना के विधायक उपेंद्र तिवारी संग नगर के आनंद स्वरूप शुक्ल थे मंत्री
बलिया : बलिया जिला प्रदेश सरकार में अपनी सहभागिता के लिए काफी पहले से मशहूर रहा है। जिले को लालबत्ती मिलती ही रही है। बलिया की इस खुशनसीबी का उदाहरण शुक्रवार योगी कैबिनेट द्वितीय में भी देखने को मिला। नगर विधायक दयाशंकर सिंह सहित दानिश आजाद अंसारी (मूल निवासी बलिया) ने भी मंत्री पद की शपथ ली। भाजपा गणबंधन के दो सीट जितने पर भी जिले को दो मंत्री मिल गए। योगी कैबिनेट प्रथम में भी बलिया के दो मंत्री थे। उपेंद्र तिवारी और आनंद स्वरूप शुक्ल परंतु दोनों 2022 विधानसभा का चुनाव हार गए थे।
बलिया नगर के विधायक दयाशंकर सिंह का मंत्री बनना तय माना जा रहा था। दयाशंकर सिंह भाजपा के बड़े नेताओं में शुरू से ही शुमार हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। संगठनात्मक गतिविधियों में सक्रियता उनकी पहचान रही है। योगी कैबिनेट प्रथम में दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह मंत्री थीं।
उसी अंदाज में योगी कैबिनेट द्वितीय की कैबिनेट में शामिल मो. दानिश आजाद अंसारी बलिया के अपायल गांव के निवासी है। समीउल्लाह अंसारी के इकलौते पुत्र मो. दानिश आजाद अंसारी फिलहाल भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री है। भाजपा संगठन में ठीक ठाक पकड़ रखने वाले दानिश जिले के लिए नाम के मामले में नए ही हैं। भारतीय जनता पार्टी ने उनकी सेवाओं को सम्मान देते हुए उन्हें पद दिया है। वे अभी किसी सदन के सदस्य भी नहीं हैं। उन्हें छह महीने के अंदर पार्टी विधान परिषद में चुनेगी। दानिश आजाद अंसारी को मोहसिन रजा की जगह मिली है।