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शिक्षा क्षेत्र की भव्यता की ओर अग्रसर हो रहा जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय

-जुड़ी एक और उपलब्धि

-विश्वविद्यालय में प्रारंभ हुआ बीबीए का कोर्स, प्रवेश आरम्भ

-कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्त ने मीडिया को दी जानकारी

शशिकांत ओझा

बलिया : प्रदेश के अंतिम छोर पर बसे बलिया जनपद में स्थापित जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय अब धीरे धीरे शिक्षा क्षेत्र के भव्यता की ओर स्थापित हो रहा है। विश्वविद्यालय में अब बीबीए का कोर्स भी प्रारंभ हो गया है। बीबीए का प्रवेश भी 15 हजार प्रति सेमेस्टर शुल्क दर से प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार को कुलपति ने यह जानकारी मीडिया को दी।

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विवि परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता में कुलपति ने विश्वविद्यालय से संबंधित नयी उपलब्धियों की चर्चा की। कहा  22 दिसम्बर 2016 को स्थापित हुए विश्वविद्यालय परिसर में 2018 से अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रारम्भ है। वर्तमान में संचालित दर्जनों पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है वहीं विश्वविद्यालय में व्यवसायिक पाठ्यक्रम बीबीए (बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) का कोर्स भी प्रारंभ है। इस पाठ्यक्रम में कुल 60 सीटें हैं। प्रवेश हेतु विद्यार्थियों की अर्हता इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण है। यह पाठ्यक्रम चार वर्षों व आठ सेमेस्टर में पूरा होगा। एनईपी-2020 के आधार पर बने इस पाठ्यक्रम में मल्टीपल इंट्री एवं मल्टीपल एक्जिट की सुविधा रहेगी। यदि कोई विद्यार्थी एक वर्ष का पाठ्यक्रम पूरा कर पढ़ाई छोड़ता है तो सर्टिफिकेट, यदि दो वर्ष का पाठ्यक्रम पूरा कर पढ़ाई छोड़ता है तो उसे डिप्लोमा, यदि तीन वर्ष का पाठ्यक्रम पूरा कर पढ़ाई छोड़ता है तो उसे ग्रेजुएशन की डिग्री दी जाएगी।

पाठ्यक्रम की पूरी अवधि चार साल पूरा करने के पश्चात् विद्यार्थी को बीबीए (रिसर्च) की डिग्री दी जाएगी। बीच में पाठ्यक्रम छोड़ने वाला विद्यार्थी चाहे तो कुछ समय बाद भी अपना शेष/अधूरा पाठ्यक्रम पूरा कर सकता है। यह एक रोजगारपरक पाठ्यक्रम है और इसे पूरा करने के पश्चात् विद्यार्थी विभिन्न कम्पनियों, कारपोरेट सेक्टर आदि जगहों पर सरलता से नौकरी प्राप्त कर सकता है और उसे साधारणतः 35,000 से 40,000 रू0 प्रतिमास की नौकरी सरलता से प्राप्त हो सकती है। यदि विद्यार्थी आगे पढ़ना चाहता है तो वह केवल एक वर्ष में ही एम0बी0ए0 की पढ़ाई पूरी कर सकता है, जो दो वर्ष का पाठ्यक्रम है।

विद्यार्थी किसी अच्छे संस्थान जैसे आई0आई0एम0 (इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ मैनेजमेंट) आदि में भी सरलता से प्रवेश पा सकता है, जहाँ के विद्यार्थी बहुत अच्छे वेतन और पैकेज की नौकरी प्राप्त करते हैं। यदि विद्यार्थी बाहर अध्ययन करने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है तो वह यही से एम0बी0ए0 कर सकेगा क्योंकि विश्वविद्यालय अतिशीघ्र अपने परिसर में एम0बी0ए0 पाठ्यक्रम भी आरम्भ करेगा। इस पाठ्यक्रम का शुल्क 15000 रुपया प्रति सेमेस्टर है। 

विश्वविद्यालय परिसर में इनक्यूबेटर की स्थापना

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्ट अप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश स्टार्ट अप नीति-2020 में बनाई गई, जिसे 2022 में संशोधित किया गया है। इस नीति के अंतर्गत पूरे प्रदेश में 100 तथा प्रत्येक जनपद में एक इनक्यूबेटर स्थापित किया जाना है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी, बलिया के द्वारा मुख्य विकास अधिकारी, बलिया को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जिनके निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया तथा जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्रमुख प्राचार्य/प्राध्यापकों के एक समूह की बैठक 29 अगस्त, 2023 को हुई। इस बैठक में विश्वविद्यालय परिसर में इनक्यूबेटर स्थापित करने की संस्तुति की गई है। यह इनक्यूबेटर स्टार्ट अप्स को बढ़ावा देने के लिए भौतिक कार्यालय, स्थान, कोचिंग, परामर्श और कानूनी और कारपोरेट सेवायें तथा नेटवर्क कनेक्शन प्रदान करेगा। इनक्यूबेटर के अनुमोदन के पश्चात् ही कोई भी स्टार्ट अप वित्तीय प्रोत्साहन हेतु किसी नोडल एजेंसी को आवेदन कर सकेगा। इस इनक्यूबेटर द्वारा स्टार्ट अप शुरू करने वाले व्यक्तियों को अपने विचार को मूर्त रूप प्रदान करने तथा उसे बाजार तक पहुँचाने में सहायता प्रदान की जाएगी। इसके लिए इनक्यूबेटर के अंतर्गत मीटिंग रूम, सम्मेलन कक्ष, रिफ्रेशमेंट जोन, को वर्किंग स्पेस आदि सुविधायें उपलब्ध करायी जायेंगी। शासन की इस महत्वाकांक्षी इस योजना के अंतर्गत इनक्यूबेटर की स्थापना, परिचालन, स्टार्ट अप प्रोत्साहन, प्रोटोटाइप अनुदान, सीड कैपिटल/विपणन सहायता आदि के रूप में शासन द्वारा पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी।

कवि सम्मेलन का आयोजन

विश्वविद्यालय तथा उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) के संयुक्त तत्वावधान में हिन्दी दिवस के अवसर हिन्दी, अवधी, भोजपुरी, बघेली, ब्रज एवं संस्कृत के कवियों का एक कवि सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। जनपद में अपने आप में अनूठा यह पहला आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न भाषाओं एवं बोलियों के कवि अपनी-अपनी कविताएं प्रस्तुत करेंगे।

विश्वविद्यालय परिसर में हाईटेक नर्सरी की स्थापना

विश्वविद्यालय के कृषि विभाग द्वारा हाईटेक नर्सरी की स्थापना के लिए शासन को लगभग 01 करोड़ रू0 का प्रस्ताव भेजा गया था। इस संदर्भ में जिला उद्यान अधिकारी अलका श्रीवास्तव द्वारा विश्वविद्यालय परिसर का स्थलीय पर्यवेक्षण कर मुख्य विकास अधिकारी, बलिया को रिपोर्ट भेज दी गई है। शीघ्र ही शासन द्वारा इसके स्वीकृति की उम्मीद है। इस नर्सरी की स्थापना से बलिया के सब्जी उत्पादकों को अच्छी गुणवत्ता के रोग रहित पौधों की नर्सरी रोपने के लिए उपलब्ध होगी। 

राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा नवम्बर मास के अन्तिम सप्ताह में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन प्रस्तावित है। इस संगोष्ठी की रूपरेखा निर्मित हो चुकी है और इसे शीघ्र ही उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ के पास स्वीकृति/अनुदान के लिए भेजा जाना है। 

विश्वविद्यालय परिसर में निर्माण कार्य

विश्वविद्यालय परिसर में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की छात्राओं के लिए छात्रावास का निर्माण पूर्ण होने वाला है। शीघ्र कार्यदायी संस्था से इसका हस्तांतरण हो जाएगा और यह विश्वविद्यालय परिसर में पढ़ने वाली अनुसूचित जाति एवं जनजाति की छात्राओं को आवंटित किया जायेगा। विश्वविद्यालय परिसर के भवनों के निर्माण के लिए एनजीटी द्वारा स्वीकृति दी जा चुकी है। शासन स्तर से युद्ध स्तर पर प्रयत्न किए जा रहे हैं। अतिशीघ्र विश्वविद्यालय परिसर में निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।

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