शकील खान
बैरिया (बलिया) : स्थानीय तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटवां, रानीगंज बाजार, भरत छपरा, भीखा छपरा, मधुबनी, मिल्की, चकिया, नगर बैरिया आदि गांवों में इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद साहब का वरावफात पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन को पूरी दुनिया में अकीदत के साथ पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को वरावफात या ईद मिलादुन्नबी कहते है।
इस्लाम धर्म में मानवता यानि इंसानियत को सबसे ऊपर रखा गया है। इसलिए वरावफात के दिन गरीबों को नए कपड़े, राशन और दान देकर इस परम्परा को लोगों तक पहुंचाया जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोग आज ईद-ए-मिलाद-उन-नवी का पर्व बड़े धूमधाम से मना रहे है। यह त्योहार इस्लामिक कैलेण्डर के तीसरे महीने के बारहवी तारीख को पड़ता है। मान्यताओं के अनुसार रवी अवल की बारहवी तारीख को ही हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था और इसी दिन व इसी तारीख को वह वफात हो गए थे।
इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग वरा वफात कहते है और बड़े ही धूमधाम से मनाते है। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद में रात भर इबादत करते और जलसा का आयोजन भी करते है। इसमें मुहम्मद साहब के शान में नज़्म पढ़े जाते है। जगह जगह पर जुलूस भी निकाले जाते है। इस दिन मस्जिद व घरों में कुरान को खास तौर पर पढ़ा जाता है और गरीबों मे जरूरत की चीजें दान की जाती है। घरों में पकवान बनाए जाते है और एक दूसरे के साथ मिलकर भाईचारगी का संदेश देते है।
इस्लाम में इस पर्व का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान है। आज जामा मस्जिद कोटवा से मुस्लिम बंधुओ के द्वारा हजारों कि तादात में जुलूस निकाला गया। जुलूस जब कोटवा हस्पिटल मोड़ पहुंची तो वहां स्वयंसेवी संगठन यूथ क्लब हेल्प लाइन के युवाओं द्वारा सभी लोगो को शरबत और ठंडा पानी पिलाया गया। इसके बाद जुलूस कर्बला तक गया। फिर पासवान चौक से वापस रानीगंज बाजार होते हुए बैरिया फिल्ड तक गया। दूसरी तरफ से बैरिया के मुस्लिम बन्धु आए फिल्ड में दोनों तरफ के लोगो का मिलन हुआ फिर बैरिया और रानीगंज कोटवा के लोग रानीगंज बाजार चौक तक साथ आए फिर वापस बैरिया अपने गांव की तरफ वापस लौट गए।
कोटवा रानीगंज के मुस्लिम बंधुओं का जुलूस कोटवा रानीगंज मस्जिद पर आ कर समाप्त हो गया। कोतवाल धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में मौजूद रहीं। पूरी शांति व्यवस्था के साथ जुलूस में शामिल लोग एक दूसरे का सहयोग करते रहे। इस अवसर पर मौलाना शब्बीर असरफी, मौलाना बाबर साहब, मौलाना वारिस साहब, सदर फिरोज अहमद लड्डू, सेक्रेट्री शकील खान, खजांची मुर्तुजा भाई, हनान भाई, अल्ताफ अख्तर गोलू, मुजम्मिल, रमजान, नईम, शमीम, सेराज, राजा, अरबाज सिद्दीकी ,मंसूर आलम और यूथ क्लब के प्रबंधक अजय सिंह, समाजसेवी संतोष सिंह, विनय सिंह,गुड्डू खान, मुकेश मिश्रा, संजीव सिंह, प्रकाश मौर्य, मनीष गोस्वामी, अशोक गिरी आदि ने अपना सहयोग प्रदान किया।