-पुलिस पब्लिक में तनाव
-25 जुलाई को शहादत दिवस के उपलक्ष्य में लग रही थी मूर्ति
रविशंकर पांडेय
बांसडीह : जिले के बाँसडीह तहसील अंतर्गत हालपुर में शुक्रवार को फूलन देवी की मूर्ति लगाने को लेकर इतना विवाद बढ़ गया कि गांव वाले आक्रोशित हो गए।वहीं निषाद विकास पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश साहनी आरोप है कि लखनऊ में सार्वजनिक जगहों पर तमाम हाथी और कई तरह की मूर्तियां लगीं। और हम निजी जमीन में मूर्ति लगा रहे हैं तो पुलिस द्वारा रोका जा रहा है।
बांसडीह तहसील अंतर्गत हालपुर गांव में बड़े ही उत्साह के साथ निषाद समाज द्वारा फूलन देवी की मूर्ति लगाई जा रही थी। उसी बीच पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मूर्ति लगाने से मना कर दिया। इतनी बात पर निषाद समाज के आक्रोशित महिला , पुरुष ने सैकड़ों की संख्या में फूलन देवी अमर रहे का नारा लगाते हुए एक स्वर में कहा कि फूलन देवी की मूर्ति यहीं लगेगी यहीं लगेगी ये तो हमारा अधिकार है। ऐसे में हरेराम साहनी जिलाध्यक्ष विकास निषाद पार्टी की माने तो 25 जुलाई को फूलन देवी का शहादत दिवस है। जिसके उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी ने पटना से 18 मूर्तिया 18 मंडलों में लगाने के लिए भेजा है। इसको सार्वजनिक जगह पर न लगा कर हम निजी जमीन में स्थापित करना चाहते थे। हरेराम ने कहा कि पुलिस बोल रही है कि निजी जमीन में भी मूर्ति नही लगा सकते। पुलिस से पूछा गया कि कोई आदेश या नियम हो तो बताइये।फिर भी पुलिस ने कुछ नही बोला।
बारिश के मौसम होने के चलते फूलन देवी का मूर्ति प्लास्टिक में सुरक्षित
बारिश का मौसम है ऐसे में फूलन देवी का मूर्ति को प्लास्टिक में लपेटकर सुरक्षित बांध कर रखा गया है। निषाद विकास पार्टी के जिलाध्यक्ष हरेराम का कहना है कि आज भी योगी सरकार है। न जाने कई जगह सार्वजनिक जगहों पर मूर्तियां स्थापित कर दिये हैं। उन लोगों के लिए कोई कानून व्यवस्था नही था। हम अपनी निजी जमीन में मूर्ति स्थापित कर रहे हैं तो रोका जा रहा है। अब आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी जैसा कहेंगे वैसा हम लोग करेंगे। अब देखना यह होगा कि 25 जुलाई को फूलन देवी के शहादत दिवस पर मूर्ति लगती है या नही। ये तो समय ही बताएगा।