-अनोखा कार्य शिक्षण जगत का
-पत्रिका का लोकार्पण बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने किया
-विद्यालय की क्रीड़ा वाटिका “उमाकांत वाटिका” का हुआ लोकार्पण भी
शशिकांत ओझा
बलिया : जनपद के बहुप्रतिष्ठित विद्यालय आरके मिशन स्कूल सागरपाली (बलिया) की वार्षिक पत्रिका का लोकार्पण कार्यक्रम विद्यालय के प्रांगण में मंगलवार को आयोजित हुआ। बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने लोकार्पण किया। सर्वप्रथम विद्यालय घोष के विद्यार्थियों ने घोष वादन से कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि का स्वागत किया। साथ ही मुख्य अतिथि ने विद्यालय ध्वज का रोहण किया जिसे घोष के विद्यार्थियों ने अपने वाद्य से सलामी दी।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया । जिसके बाद विद्यालय के बच्चों ने स्वागत गीत की प्रस्तुति की। तत्पश्चात नृत्यमय गणेश वंदना की प्रस्तुति ने सबको हर्षित कर दिया। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को प्रमाण वितरण मुख्य अतिथि के हाथों हुआ। साथ ही संयोजक शिक्षक धर्मेंद्र वर्मा एवं राकेश कुमार चौबे को भी प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। भारत सरकार की योजनांतर्गत परीक्षा पे चर्चा में प्रतिभागी सभी शिक्षकों को प्रसस्ति पत्र दिए गए। वाणिज्य संकाय के वरिष्ठ शिक्षक प्रदीप सिंह ने पत्रिका के महत्व को बताते हुए अपना बीज वक्तव्य दिया, जिसमें उन्होंने संकलन से संपादन तक यात्रा के विषय में बताया।
कार्यक्रम की अगली श्रृंखला में विद्यालय की प्रथम वार्षिक पत्रिका का लोकार्पण राज्यसभा सांसद नीरज शेखर जी एवं प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव के हाथों सम्पन्न हुआ जो आज का सबसे विशेष कार्यक्रम था। इसके बाद मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन सत्र से कार्यक्रम में उपस्थित सभी को लाभान्वित किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने ज्ञान प्राप्ति के लिए जिज्ञासा के महत्व को रेखांकित करके हुए विद्यालय के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम के अंत में प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव ने सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया। साथ ही मुख्य अतिथि को विवेकानंद की प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया।
विद्यालय प्रांगण में अत्याधुनिक तरीके से निर्मित बच्चों के लिए लगे झूलों और अन्य उपकरणों का भी अनावरण मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। जिस क्रीड़ा वाटिका का नाम ‘उमाकांत वाटिका’ विद्यालय के पूर्व निदेशक स्व• उमाकांत के नाम पर रखा गया है। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी अध्यापक उत्कर्ष तिवारी ने किया।