-बड़ी अनियमितता का मामला
-एडीओ समाज कल्याण अधिकारी सहित आठ लाभार्थियों पर मुकदमा
शशिकांत ओझा
बलिया : भाजपा विधायक केतकी सिंह के विधानसभा क्षेत्र बांसडीह के मनियर इंटर कालेज में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मामले में सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण और आठ लाभार्थियों पर मनियर थाने में सुसंगत धाराओं में मामला पंजीकृत हुआ है। विधायक केतकी सिंह भी इस मामले को लेकर काफी सख्त हैं। जिलाधिकारी को मामले की कड़ी जांच कराने का निर्देश दिया है। विधायक ने कहा दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
मनियर इंटर कालेज में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह का आयोजन हुआ था। भव्यतापूर्वक आयोजन में चमक धमक के साथ बड़े पैमाने पर फर्जीवाडा भी प्रकाश में आ गया। सोशल मीडिया और मीडिया में खबरों के प्रकाशन और वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया और त्रिस्तरीय कमेटी बनाकर मामले की जांच कराया औल मंगलवार को बलिया के नवागत जिला समाज कल्याण अधिकारी की तहरीर पर सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण विकास खंड मनियर और आठ लाभार्थियों पर मुकदमा धारा 419, 420, 409 में दर्ज किया।
दोषी कतई बख्शा नहीं जाएगा : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि मामला बहुत ही गंभीर है मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के मॉनिटरिंग मुझे द्वारा स्वयं की जा रही है। मामले की जांच हो रही है और दोषी कोई भी हो कतई बख्शा नहीं जाएगा, कठोरता कार्रवाई होगी।
उचित कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को दिया गया निर्देश : केतकी सिंह
बांसडीह विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक केतकी सिंह भी इस मामले को लेकर बहुत शख्स दिख रही हैं। केतकी सिंह ने बताया की मुख्यमंत्री जी गरीब बेटियों के कल्याणार्थ योजना संचालित किए हैं और इस योजना में भी फर्जीवाड़ा बहुत ही गलत है। जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई करें। दोषी कोई भी हो बचना नहीं चाहिए।
फर्जीवाड़े की हो न्यायिक जाँंच : रौशन
अखिल भारतीय विकलांग, वृद्धा, विधवा सेवा समिति का प्रदेश अध्यक्ष रौशन सिंह चंदन ने कहा की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का कार्यक्रम चल रहा है। इसी के अंतर्गत जनपद बलिया के मनियर ब्लॉक के अंतर्गत मनियर इंटर कॉलेज में 25 जनवरी को जो मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का कार्यक्रम हुआ इसमें जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण मौजूद थे। इसमें लगभग 90% से अधिक फर्जीवाड़ा कार्य हुआ है। उस फर्जीवाड़ा का जब उजागर हुआ तो स्थानीय प्रशासन द्वारा 30 सदस्य कमेटी बनाई गई उस सदस्य कमेटी में जो समाज कल्याण विभाग चोर है इस समाज कल्याण के अधिकारी को नामनित कर दिया गया जो कि यह बेहद निंदनीय और शर्मनाक है। मैं चुकी वर्तमान में प्रदेश से बाहर हूं। मैं आते ही माननीय मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को इस प्रकरण की विधिवत चिट्ठी लिखकर जांच करने की मांग करूंगा अभी वर्तमान में मुख्यमंत्री से इसकी न्यायिक जांच की मांग करता हूं और तत्काल जो भी अधिकारी इसके दोषी हैं उसको दंडित किया जाए।