-नगर पंचायत चितबड़ागांव का मामला
-ईओ के प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान एक करोड़ के गबन का है मामला
-जिलाधिकारी की गठित टीम ने पुष्ष्ट किया गबन का मामला
-सभासदों की तालाबंदी के बाद ईओ पर हुआ था एफआईआर
शशिकांत ओझा
बलिया : नगर पंचायत चितबडागांव में तैनात रहे अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार द्वारा प्रशासनिक कार्यकाल में करोड़ों रुपए फर्ज़ी भुगतान मामले में दर्ज प्राथमिकी का मामला अब ईओडब्ल्यू के जिम्मे चला गया है। मामले की जांच अब ईओडब्ल्यू की टीम करेगी। ईओ का भी स्थानांतरण शासन ने बांदा जिले में कर दिया है।
अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार द्वारा प्रशासनिक कार्यकाल में करोड़ों रुपए फर्ज़ी भुगतान मामले में जांच के लिए सभासदों ने 11 अक्टूबर 2023 से 15 अक्टूबर तक नगर पंचायत चितबडागांव कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। आंदोलन में दवाब पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया। आश्वासन पर धरना समाप्त कराया और जांच टीम गठित किया। टीम ने एक करोड़ 17 लाख गबन की पुष्टि किया। पुष्टि के बाद भी ईओ पर कार्रवाई नहीं हुई तो सभासदों ने 5 फरवरी 2024 से नगर पंचायत में तालाबंदी करते हुए पुनः धरना प्रदर्शन चालू कर दिया। सप्ताह भर आंदोलन के पश्चात पुनः जिलाधिकारी के आदेश पर पहुंचे उपजिलाधिकारी सदर आत्रेय मिश्रा ने 13 फरवरी को अधिशासी अधिकारी अनिल कुमार पर 1.17 करोड़ रुपए के हेराफेरी मामले मुकदमा पंजीकृत हुआ। ईओ का ट्रांसफर बांदा हुआ और मुकदमे की जांच ईओडब्ल्यू को मिल गई है।