शशिकांत ओझा
बलिया : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जनपद के शिक्षक और साहित्यकार डॉ नवचंद्र तिवारी एवं उनकी पत्नी किरण तिवारी ने शहर के बालेश्वर जी मंदिर स्थित असहाय महिलाओं को वस्त्र आदि देकर स्वयं को सम्मानित महसूस किया। इस बार पावन पर्व शिवरात्रि का भी दिन था।
विविधता वाले इतने बड़े विशाल देश में यदि प्रत्येक व्यक्ति इस प्रकार प्रत्येक महिला को सम्मान दे तो देश की आधी आबादी पुरुष समाज पर अवश्य गर्व करेंगी। विश्व महिला दिवस की सार्थकता तभी है जब खुद को असहाय महसूस करने वाली महिलाओं का भी सम्मान हो। उन्हें भी यह महसूस हो कि उपलब्धि हासिल महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ समाज में रहने वाले लोगों के बीच हमारा भी सम्मान है।
भले ही हम प्रतिकूल परिस्थितियों में विपन्न हालत में जीने को विवश हैं। बताते चलें कि सनबीम स्कूल अगरसंडा बलिया में कार्यरत डॉ तिवारी प्रत्येक वर्ष अपने सीमित व अल्प आय में भी महिलाओं को इस दिवस पर यथासंभव सम्मानित करते आए हैं। समय-समय पर सामाजिक हित के निमित्त भी कार्य करते रहते हैं। यह निस्वार्थ परमार्थ असीम आत्म संतुष्टि प्रदान करता है।