

-मामला टाउन एरिया चितबड़ागांव का
-राजस्व विभाग और टाउन एरिया प्रशासन की मौन सहमति से हो रहा था अतिक्रमण
-नगर पंचायत की तंग गली में दिन भर दौड़ रहे थे दर्जनों ट्रैक्टर
-सरकार के अतिक्रमण विरोधी अभियान को दिखा रहे भू माफिया अंगूठा
-जनता शिकायत पर तल्ख हुए सीआर ओ, निर्देश पर ईओ एक्टिव मूड में


शशिकांत ओझा
बलिया : जनपद के नगर पंचायत चितबड़ागांव में धडल्ले से चल रहे भू अतिक्रमण पर अंततः टाउन एरिया प्रशासन ने अपनी दृष्टि वक्र कर ही दी। मुख्य राजस्व अधिकारी की तल्खी के बाद अधिशासी अधिकारी एक्टिव मोड में आए और अतिक्रमण कार्य पर ब्रेक लगाई। नगर पंचायत में चल रहे इस खेल पर “बलिया समाचार” ने फील्ड रिपोर्टिंग किया था। इसको लेकर भूमाफियाओं में डर हुआ था। रिपोर्टिंग के बाथ ही मनीष सिंह ने शिकायत की और प्रशासन द्वारा अंततः इस कार्य को रोका गया।
नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 ब्रम्ही बाबा नगर और वार्ड नंबर 13 जयप्रकाश नगर के बीचो बीच स्थित प्राचीन हकीम जी गड़ही पर अतिक्रमणकारियों की बुरी नजर इन दिनों पड़ चुकी थी। नगर पंचायत प्रशासन और राजस्व विभाग के मिली भगत से राजस्व गांव फिरोजपुर नगर पंचायत चितबडागांव में स्थित हकीम जी गड़ही के प्राचीन पोखरा को अतिक्रमणकारियों द्वारा दिन रात एक करके दर्जनों की संख्या में ट्रेक्टर से पोखरे पर मिट्टी भराई कार्य किया जा रहा था। भीड़भाड़ वाली गली से होकर आ जा रहे दर्जनों ट्रैक्टर लोगों की फजीहत बने हुई थी। राजस्व विभाग यहां मौन धारण किये हुआ था। नगर पंचायत के लोगों की शिकायत को नजरअंदाज किया जा रहा था पर शुक्रवार को सीआरओ ने मामले का संज्ञान लेते हुए तल्खी दिखाई तब ईओ एक्शन मोड में आते हुए कार्य पर ब्रेक लगाया और पुलिस का भी सहयोग लिया। भूमाफियाओं के अभियान पर ब्रेक से लोगों में राहत है।

जांचोपरांत होगी कार्रवाई : सीआरओ
मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन ने कहा शिकायतोपरांत कार्य रोकने के लिए ईओ को निर्देशित किया गया है। जांचोपरांत कार्रवाई होगी। टाउन एरिया की एक इंच जमीन कोई कब्जा नहीं कर पाएगा।

कार्य रोकने का निर्देश जारी : ईओ
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी धर्मानंद ने बताया कि कार्य रोकने का निर्देश जारी कर थानाध्यक्ष को अवगत करा दिया गया है। मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है।

अधिशासी अधिकारी ने कहने पर बंद कराया कार्य : थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष चितबड़ागांव प्रशांत चौधरी ने बताया कि नगर पंचायत में चल रहे कार्य को बंद कराने के बाबत ईओ का संदेश मिला था, कार्य को बंद करा दिया गया।