-राजनीतिक हलचल
-स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद दारा सिंह चौहान ने भी दिया इस्तीफा
-दोनों के राज्यपाल महोदया को बताया पद छोड़ने की एक ही वजह
बलिया : भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा दिया है। वैसे तो अब मंत्रीमंडल सदस्य होने का वजूद कुछ कम हुआ है पर योगी कैबिनेट से पिछड़ी जाति के नेताओं का अलविदा कहना चुनावी जंग को और तेज कर रहा है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी राज्यपाल महोदया को त्यागपत्र प्रेषित कर दिया है।
कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने लिखा है कि मैं योगी आदित्यनाथ जी की कैबिनेट में वन पर्यावरण एवं जंतु उद्यान मंत्री के रूप में पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया। सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के घोर उपेक्षात्मक रवैये से मन दुखी रह रहा था। पिछड़ों और दलितों के आरक्षण में हो रहे खिलवाड़ से आहत होकर मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। राज्यपाल को भेजे पत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी इसी तरह का आरोप लगाया था। विधानसभा चुनाव में इन त्यागपत्रों का लाभ किसको मिलेगा देखने की बात है। समाजवादी पार्टी और भाजपा के नेता नेताओं के इस्तीफे को अपने अपने चश्मे से देख रहे हैं।