-कोविड टीकाकरण
-नगरा में टीकाकरण शिविर का फीता काटकर उद्घाटन कर जिलाधिकारी ने लिया जायजा भी
बलिया : जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने सोमवार को नगरा सीएचसी पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। वहां 15 से 18 वर्ष के बच्चों को लगाई जा रही वैक्सीन को देखा और प्रभारी से जरूरी जानकारी ली। इससे पहले डीएम ने वैक्सिनेशन कार्यक्रम का शुभारम्भ फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने इस दौरान कहा कि जिन्होंने पहला व दूसरा डोज ले लिया है और 60 वर्ष की आयु पूर्ण करते हों, वे बूस्टर डोज जरूर लगवा लें। कई लोगों को बूस्टर डोज दिया भी गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर से केवल एक ही तरह से बचा जा सकता है। वह है शत प्रतिशत वैक्सीनेशन। इसलिए सभी लोग अपना वैक्सीनेशन जरूर कराएं। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करते रहें। उन्होंने कहा कि अब गर्भवती महिलाएं और बच्चों को दूध पिलाने वाली माताएं भी कोविड टीका ले सकती हैं। उन्होंने आम जनता को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि सबके प्रयास से टीकाकरण के मामले में जनपद की रैंकिंग में सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि अभी भी 25% लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देशित करते हुए कहा कि इस समय स्कूल बंद है और बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, लिहाजा डॉक्टरों की टीम लोगों के घर जाकर ऐसे बच्चों का टीकाकरण करें जिनकी उम्र 15 से 18 वर्ष के हो चुकी है।
दिव्यांग जन के टीकाकरण पर दिया जोर
ग्राम प्रधानों से भी वैक्सीनेशन टीम की मदद करने की अपील की। कहा कि दिव्यांग लोग अस्पताल तक नहीं आ सकते हैं। ऐसे लोगों के घर पर जाकर ही उनका वैक्सीनशन किया जाए या उनके परिवार के द्वारा चिकित्सालय में लाकर उनका टीकाकरण कराया जाए। उन्होंने कुछ महिला कार्यकर्ताओं और आसपास के लोगों से भी बातचीत कर कोविड टीकाकरण की स्थि ति की जानकारी ली। इस दौरान कुछ लोग बिना मास्क के घूम रहे थे, उनसे भी मास्क हमेशा लगाने की अपील की। जिन ग्रामीणों ने दोनों डोज ले ली है, उनकी तारीफ करके उनका उत्साह बढ़ाया।
अस्पताल का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने सीएचसी नगरा का निरीक्षण भी किया। वैक्सीनेशन उपलब्धता के संबंध में डॉक्टरों से जरूरी जानकारी ली। स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर स्वास्थ्य सुविधाओं का सत्यापन किया। इस अवसर पर डब्ल्यूएचओ के डॉ नक़ीब, डॉ गुंजन, यूनिसेफ से हूदा जेहरा तथा डॉ मिर्जा आदिल बेग आदि साथ थे।