बलिया

जिलाधिकारी जैसा मिला कंट्रोलर तो 13 दिन में पूरे मनोयोग से चली “वैक्सीनेशन एक्सप्रेस”

-कोविड-19 टीकाकरण
-सात जनवरी को जिले में प्रथम डोज वालों का फी,द था 71 प्रतिशत जो 20 जनवरी को पहुंचा 95.90 प्रतिशत

बलिया : “अभी तो परिंदे शुमार करना है, फिर बताएंगे किसका शिकार करना है। तुम्हें गुरूर है ऐ दरिया अपनी बेकश लहरों पर, हमें भी जिद है कि दरिया को पार करना है।” बलिया के जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कोविड-19 टीकाकरण के मामले में उपरोक्त पंक्तियों को शत प्रतिशत लागू किया है। एक कुशल नियंत्रक की तरह जिले में वैक्सीनेशन एक्सप्रेस को बिना ठहराव बिना क्रासिंग ऐसे मनोयोग से चलाया जो विलंबित तो काफी थी पर 13 दिन में ही पूर्णता स्टेशन के काफी करीब पहुंच गई।

(बलिया में टीकाकरण का 13 दिनी ग्राफ)

बात करें तो जिले में सात जनवरी को प्रथम डोज लेने वालों की संख्या 1737098 थी जो लक्ष्य के सापेक्ष 71% थी। जिलाधिकारी के जिले में चार्ज लेने के बाद 13 दिन में लगे टीकों के बाथ यह फीगर 2322558 पहुंच गया जो पूर्णता से महछ चार फीसद दूर था। 20 जनवरी को यह आंकड़ा 95.90% तक पहुंच गया जो स्थिति काबिले-तारीफ है। इसी तरह दूसरे डोज की बात करें तो सात जनवरी तक जिले में 1210032 लोगों का टीकाकरण हुआ था जो 49.45% था। 20 जनवरी को यह आंकड़ा 1427026 पहुंचा तो 58.92% फीसद हो गया। इसी तरह बच्चों के लगने वाले टीके की बात करें तो सात जनवरी तक 50807 टीके लगे थे 22.36% थे 13 दिन बाद 20 जनवरी को यह आंकड़ा भी 140898 पहुंच गए जो 62.01% हो गया।

13 दिन में जिले की प्रदेश स्तरीय स्थिति मैं भी काफी उन्नति हुई। जिला सबसे निचले क्रमांक से खूब उपर छलांग लगाकर अच्छी स्थिति में पहुंचने में सफल हुआ। यूं कहा जाए तो जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बलिया के लोगों को कोविड काल से बचाने में काफी बेहतर प्रयास किया और पूर्व के अपने समकक्ष अधिकारी अदिति सिंह की कमी पर भी बहुत चादर लगाई। जिलाधिकारी का यह प्रयास इसलिए भी काबिल-ए-तारीफ है कि इन दिनों जिलाधिकारी का जिला निर्वाचन अधिकारी वाला कार्य भी देखना है जो बहुत व्यस्त है। इसके बाद भी लोगों की प्राणरक्षा करने में जिलाधिकारी का प्रयास बहुत ही तारीफ के योग्य।