
-16 अप्रैल बलिया बंद
-वरिष्ठ पत्रकार सुधीर ओझा, रंजीत मिश्र, करुणासिंधु सिंह डीडू, मनोज चतुर्वेदी ने लगाई जनता से गुहार

बलिया : यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट अंग्रेजी परीक्षा के लीक को आम पब्लिक तक पहुंचा जिलाधिकारी के कुकृत्य को उजागर करने की सजा काट रहे तीन पत्रकारों को न्याय दिलाने के क्रम में आंदोलनरत बलिया के पत्रकारों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया है। इसी क्रम में 16 अप्रैल शनिवार को बलिया बंद का एलान किया गया है।

संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित बलिया बंद का व्यापार मंडल सहित दर्जनों संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। जिले के वरिष्ठ पत्रकारों ने भी जनता से गुहार लगाई है कि इस आंदोलन के क्रम को इतना ऐतिहासिक किया जाए कि प्रदेश सरकार की तंद्रा टूट जाए।

अपना शहर न्यूज डाट काम के संपादक वरिष्ठ पत्रकार अखिलानंद तिवारी ने सभी जनमानस से बलिया बंद को स्वयं का आयोजन मान कर करने की गुहार लगाई है। उनका मत है कि यह आयोजन समाज की मर्यादा और लोकतंत्रांत्रिक मुल्यों को बचाने के लिए है। इसलिए सभी को सहभाग करना चाहिए। कहा जिलाधिकारी ने अपने कुकृत्य से बलिया जिले की मर्यादा को तोड़ने का प्रयास किया है। उसका जबाब देना हम सबकी आवश्यकता है।

हिन्दुस्तान समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ वरिष्ठ पत्रकार सुधीर ओझा ने सभी जनमानस से आग्रह करते हुए कहा है कि यह आयोजन बलिया के पत्रकारों को न्याय दिलाने सहित समाज रक्षा के लिए है। इसमें सभी समर्थन कर अपना स्नेह दें।

राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण मिश्र “रंजीत मिश्र” ने जनमानस से गुहार लगाई कि पत्रकारों ने सदैव जन जन की आवाज़ को उठाया है। आज पत्रकार समाज को समाज की मर्यादा को जीवित रखने के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। सभी जनपदवासियों को दिलखोल कर स्नेह आशीर्वाद देना चाहिए।

न्यूज एजेंसी एएनआई और एनडीटीवी के रिपोर्टर वरिष्ठ पत्रकार करुणासिंधु सिंह डीडू ने जनमानस से कहा कि बलिया जिलाधिकारी ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को गिराने और अपने कुकृत्य को जनता पर थोपने का प्रयास किया है। यह लड़ाई जनमानस के मर्यादा को बचाने की है। सभी बलिया के पत्रकारों को अपना स्नेह और समर्थन देकर आंदोलन को सफल बनावें।

टीवी चैनल जी न्यूज के रिपोर्टर वरिष्ठ पत्रकार मनोज चतुर्वेदी ने बलिया के जनमानस से आग्रह किया कि पेपर लीक मामले को उजागर कर उन युवाओं के जीवन को बचाने का प्रयास किया गया जो वर्ष भर मेहनत कर पढ़ते हैं। जिलाधिकारी और नकल माफिया उनके कृत्यों पानी फेरना चाह रहे थे। तीन पत्रकार जो जेल में हैं उनको न्याय दिलाना जिले भर की जिम्मेदारी है। बलिया बंद को ऐतिहासिक कर हम अपनी परंपरा को जीवंत रखेंगे। सभी सहयोग करें।

बलिया समाचार ग्रुप के संपादक पत्रकार शशिकांत ओझा ने भी बागी भूमि बलिया के सभी जन सामान्य से यह स्नेह मांगा है कि बलिया बंद इतना बेहतरीन और दमदार हो कि बलिया का यह संदेश लखनऊ ही नहीं दिल्ली और पूरी दुनिया तक जाए।
