-ताइक्वांडो प्रादेशिक प्रतियोगिता
-प्रतियोगिता के दूसरे दिन ही आजमगढ़ मंडल की पूरी टीम को किया गया रिस्टीकेट
-रिस्टीकेट ने 12वीं के छात्रों का भविष्य बिगाड़ा, अब विद्यालयी प्रतियोगिता में नहीं मिलेगा मौका
शशिकांत ओझा
बलिया : 68वीं प्रदेश स्तरीय विद्यालयी ताइक्वांडो प्रतियोगिता जनपद में संपन्न तो हो गई पर प्रतियोगिता ने अपने पीछे एक बड़ा यक्ष प्रश्न छोड़ा है जिसका उत्तर बहुत मुश्किल है। प्रतियोगिता का आयोजक मंडल आजमगढ़ रहा और टूर्नामेंट से आजमगढ़ मंडल की टीम को ही रिस्टीकेट किया गया। आयोजक मंडल ही टूर्नामेंट से क्यों बिना लड़े बाहर हो गया समाज और शिक्षा विभाग के लिए एक बड़ा सवाल है। उत्पन्न हुए सवाल से सभी जिम्मेदार मुंह छुपा रहे हैं।
68वीं प्रदेश स्तरीय विद्यालयी ताइक्वांडो प्रतियोगिता में प्रदेश के 18 मंडल के खिलाड़ियों को सहभाग करना था। संयोग था कि मेजबानी आजमगढ़ मंडल के जिम्मे थी। आजमगढ़ मंडल के तीनों जनपद बलिया, मऊ और आजमगढ़ ने अपनी अपनी जनपदीय टीम को तैयार किया। फिर मंडल पर भेजा वहां प्रतियोगिता के पश्चात मंडल की टीम चुनी गई और स्टेट प्रतियोगिता में सहभागिता के लिए बलिया आ गई। आयोजन मंडल ने आजमगढ़ मंडल की बालक और बालिका टीम को ही रिस्टीकेट कर दिया कारण उनके प्रपत्र अधूरे थे। ऐसे में यह तय करना भी शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है कि आखिर यह दायित्व किसका था। स्कूल जिला और मंडल का तीन चक्र विद्यार्थी बिना प्रपत्र कैसे पूरा किए। अब कक्षा 12वीं के छात्रों का तो विद्यालयी क्रीडा प्रतियोगिता का सपना ही टूट गया। अगले वर्ष तो वह विश्वविद्यालय स्तर पर आएंगे। सरकार ने व्यायाम शिक्षक के साथ इन्हीं गतिविधियों के लिए जिला क्रीडा सचिव और मंडल क्री सचिव नामित किया है। यह सब उनकी जिम्मेदारी है।