शशिकांत ओझा
बलिया : साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान अपरिमिता का वसंत पंचमी पर तीखमपुर गांव स्थित एक कालोनी में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस मौके पर मां सरस्वती के चित्र समीप विधिवत पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान गायिका सुनीता पाठक ने सरस्वती वन्दना “वर दे वीणावादिनी वर दे” गीत गाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया। वहीं श्रोताओं की मांग पर होली गीत सिया चलली अवधवा की ओर, गाकर ताली बजाने को विवश कर दिया। कहा कि बसंत पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। यह त्योहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाया जाता है। कहा कि वर्ष की सारी ऋतुओं में वसंत को सभी ऋतुओं का राजा माना जाता है। इसी कारण इस दिन को बसंत पंचमी भी कहा जाता है। इस मौके पर विकास पाण्डेय, रजनी उपाध्याय, सुषमा तिवारी, प्रांजला तिवारी, अनिता शर्मा, नीलम मधेसिया बब्ली पाण्डेय आदि मौजूद रहे।