-विडंबना समाज की
-गलती जिसकी थी उसे मिली सजा भी पर सम्मानित कर रहे उन्हें ही बदनाम

बलिया : हिन्दू धर्म में हवन सबसे पुण्य धार्मिक कर्म माना जाता है। पर संयोग खराब होता है तो हवन करते समय भी भक्त का हाथ चल ही जाता है। कुछ इसी तरह का एक वाक्या कुछ दिन पहले जिले के नरहीं थाने में घटित हुआ है। वहां गलती किया एक सिपाही ने, गलती पकड़ी भी गई सजा उसे मगली भी पर कुछ सम्मानित जन तत्कालीन थानाध्यक्ष मदन पटेल को बदनाम कर रहे हैं। मदन का कुसूर कुछ नहीं। यूं कहा जाए तो उनके साथ भी वही हुआ है जैसे हवन करते समय हाथ जल गया।

पुलिस उपनिरीक्षक मदन पटेल को उनकी काबिलियत को देखते हुए नरही थाने का चार्ज मिला। सम्मानित कुछ लोगों को उस समय भी यह हजम नहीं हुआ था कि उपनिरीक्षक को थाना प्रभारी कैसे बनाया गया। उस समय खैर बात खत्म हो गयी। आजादी के अमृत महोत्सव में नरही थाने को तिरंगा यात्रा निकालनी थी। सभी जानते ही हैं कि थानाध्यक्ष के पास आजकल दो पहिया वाहन नहीं होता। रैली में थानाध्यक्ष के नाते मदन पटेल ने अपने एक सिपाही की बुलेट का इस्तेमाल कर लिया। वह बुलेट चोरी की थी। पकड़ में आ गई। सिपाही सस्पेंड भी हो गया। सम्मानित लोग अब इस बात का प्रचार कर रहे हैं कि चोरी की बुलेट का इस्तेमाल कर रहे नरहीं थानाध्यक्ष। बुलेट चोरी की थी यह बात सही है। सिपाही पकड़ भी गया निलंबित भी हो गया। अब सम्मानित जनों द्वारा यह प्रचार करना मदन पटेल के लिए हवन में हाथ जलने जैसा ही है।
