बलिया : हल्दी थाना क्षेत्र के ग्राम सोनवानी के उत्तर टोला का मंगलवार पूरी तरह अमंगल रहा। गांव के लोगों को तिहरा हत्याकांड देखने को मिला। पिता और पुत्रों की हत्या से गांव सहमा है वहीं पुलिस अपनी जांच पड़ताल में जुटी है। जिले के एसपी, एडिशनल एसपी, सीओ घटनास्थल पर पहुंच मामले की गंभीरता को बताया।
थाना क्षेत्र के ग्रामसभा सोनवानी उत्तर टोला में पिता का शव घर के एक कमरे में खून से लथपथ मिला. वहीं पुत्र की हत्या कर शव गांव से 400 मीटर दूर कुएं में फेंका गया था। कुंए में तीसरा शव भी मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस तीनों शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है। सूचना के बाद एसपी, एडिशनल एसपी, सीओ के साथ भारी संख्या में पुलिस गांव पहुंच गई. फोरेंसिंक टीम भी मामले में साक्ष्य जुटा रही है. हत्या क्यों और किसने की फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। सोनवानी में सुबह शौच के लिए निकले लोग रास्ते में खून के धब्बे देख गांव के बाहर बागीचे में पहुंचे। वहां स्थित कुएं पर भी खून के धब्बे पड़े हुए थे। ग्रामीणों ने इसकी . सूचना पुलिस को दी।सूचना पर पहुंची पुलिस ने सीमेंट की पटिया से ढके कुएं को खुलवाया तो उसमे सुखी जलकुम्भी था। शक के आधार पर जलकुम्भी को बाहर निकाला गया तो अंदर लाश पड़ी थी। ग्रामीणों के सहयोग से शव को बाहर निकाला गया। उपस्थित लोगों की मदद से मृतक की पहचान विक्रम सिंह (28) पुत्र उमाशंकर सिंह के रूप में हुई। जिसके शरीर पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। पुलिस ने कुंए से एक और शव भी मिला। मृतक की पहचान संदीप सिंह (35) पुत्र उमाशंकर सिंह के तौर हुई। मृतकों की पहचान होने के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना भिजवाई तो घर पर किसी के नहीं रहने की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस मृतकों के घर पहुंची तो एक कमरे में खून बिखरा हुआ था अंदर कोई नहीं था। फोरेंसिक टीम ने जब दूसरे कमरे को खोला तो कमरे में उमाशंकर सिंह (60) पुत्र स्व० रामचंद्र सिंह का शव पड़ा हुआ था। ट्रिपल मर्डर केस से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। फोरेंसिक टीम व पुलिस मामले की जांच कर रही है।
तीन भाइयों में सबसे छोटा था विक्रम और सबसे बड़ा संदीप
मृतक विक्रम सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। सबसे बड़ा भाई दिलीप सिंह वर्षों पहले बाहर चला गया था। शादी कर वहीं बस गया था। घर पर विक्रम, उससे बड़ा भाई संदीप सिंह और पिता उमाशंकर सिंह रहते थे। गांव के लोगों का कहना था कि उमाशंकर सिंह घर बनवा रहे थे। चार-पांच दिन पहले दिलीप सिंह घर आया था। उन लोगों के बीच में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद दिलीप सिंह चला गया था। पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। मौके पर डीआईजी आजमगढ़ अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक बलिया राज करन नैय्यर, एडीशनल एसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी, सीओ बैरिया अशोक कुमार मिश्र, हल्दी थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, दुबहर थानाध्यक्ष अतुल कुमार मिश्र सहित कई थानों की पुलिस फोर्स उपस्थित रही