-सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के प्रयास से
-राजस्थानी पत्थरों से सजाई जाएंगी दीवारें, ग्रेनाइट मार्बल से प्लेटफार्म
-दूर से हवाईअड्डे की तरह दिखेगा भव्य दुधिया रौशनी से चमकता स्टेशन
शशिकांत ओझा
बलिया : गुलामी काल और आजादी के बाद देश के अंदर आई समस्या के लिए पूरे देश की अगुवाई करने वाले क्रांतिकारी जनपद बलिया के जिला मुख्यालय पर स्थित रेलवे स्टेशन शीघ्र ही अपना भव्यम रुप लेगा। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के प्रयास से रेलवे बोर्ड ने स्टेशन की भव्यता के लिए 13 करोड़ रुपये स्वीकार किए हैं। स्टेशन की दीवारों को राजस्थानी पत्थरों से सजाया जाएगा तथा प्लेटफार्म पर ग्रेनाइट मार्बल लगाए जाएंगे। भव्य दुधिया रोशनी से चमकता हुआ स्टेशन दूर से हवाईअड्डा जैसा दिखेगा।
बलिया रेलवे स्टेशन को शीघ्र ही भव्तम मॉडल स्टेशन बनने जा रहा है। इसकी भव्यता इतनी बढेगी कि यह पूर्वांचल का दूसरा भव्तम रेलवे स्टेशन बनेगा। स्टेशन पर नए प्रवेश द्वार, नए भवन, ओवरब्रिज और पार्किंग समेत तमाम यात्री सुविधाओं पर विस्तार से काम किया जाएगा। इसके लिए कुल करीब 13 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। जिसकी मंजूरी रेलवे बोर्ड से मिल चुकी है। बनारस के बाद अब बलिया रेलवे स्टेशन पूर्वांचल का सबसे बेहतरीन स्टेशन बन कर तैयार होने जा रहा है। बलिया रेलवे स्टेशन की सूरत अब और बदलने वाली है। बलिया का रेलवे स्टेशन राजस्थानी पत्थर से सजाया जाएगा प्लेट फार्म ग्रेनाइट मार्बल से और दुधिया रौशनी से जगमगायेगा। क्योंकि 13 करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन पर कई काम होने वाला हैं। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बताया कि बलिया रेलवे स्टेशन राजस्थानी पत्थरों से सजाया जाएगा। प्लेट फार्म ग्रेनाइट मार्बल से और दुधिया रौशनी से जगमगायेगा । लगभग 13 करोड़ की लागत से विभिन्न कार्य कराये जाएंगे। पूरे स्टेशन के सामने और माल गोदाम रोड से सतीश चंद्र चौराहे तक शीशी रोड और ड्रेनेज कार्य होगा। साथ ही यूसुफपुर स्टेशन, फेफना स्टेशन, चितबड़ागांव स्टेशन, सुरेमनपुर स्टेशन को भी भव्य रुप सजाया जाएगा। सांसद ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि दोहरीकरण का कार्य 2023 अंत तक पूरा हो जाय जिससे यातायात और सुगम हो जाए। साथ ही व्यापारिक गतिशीलता भी आए।