
शशिकांत ओझा
बलिया समाचार : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने घाघरा नदी के किनारे बसे गांवों के कटान और उससे बेघर हुए लोगो की कठिनाइयों को लेकर मुखमंत्री और जलशक्ति मंत्री को गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की है।

प्रेस को जारी पत्र में रामगोविन्द चौधरी ने बाढ़ और कटान से प्रभावित एक एक गावों का उल्लेख करते हुए जमीनी स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य के लिए अपनी ओर से पत्र लिखने के बावजूद भी नगण्य होने पर दुःख व्यक्त किया है। श्री चौधरी ने विभागीय अधिकारियों के कार्यशैली आरोप लगाते हुए कहा कि मै उस क्षेत्र का प्रतिनिधि रहा हूं।
एक एक गांव की जमीनी हकीकत से वाकिफ हूं। अधिकारी गणों ने उक्त समस्याओं की आख्या शासन गलत भेजा है। यहां तक कि जब मैं इसके पूर्व इस सम्बंध में विभाग के जिम्मेदारों को पत्र लिखा तो जवाब में मुझे जो पत्र लिखा गया उसमें भी जमीनी हकीकत से इतर ही जवाब दिया गया तथा वह पत्र झूठ है और पुलिंदा नजर आया। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ भी जांच कर करवाई होनी चाहिए। श्री चौधरी ने कहा कि उस उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुका हूं इसलिए मेरा कर्तव्य था की क्षेत्र के लोगो के जान मॉल की सुरक्षा हेतु सरकार और शासन तक आवाज उठाऊं। इसी कर्तव्य का पालन करते हुए मैने सरकार और शासन को अनेक बार पत्र लिखा लेकिन सरकार और शासन में बैठे लोग कोई ध्यान नहीं दिए।