-बोलीं वरिष्ठ भाजपा नेत्री
-तीन महीने पहले “राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन” में कही थी आधी आबादी के आरक्षण की बात को
शशिकांत ओझा
बलिया : महिला आरक्षण विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को संसद में मंजूरी मिल गई है। यह महिला जगत के लिये एक ऐतिहासिक, ग़ौरवशाली होने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा मे युगांतरकारी कदम है। यह कहना है वरिष्ठ भाजपा महिला नेत्री स्मृति सिंह का। स्मृति सिंह ने तो इस बात को तीन महीने पहले ही राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में उठाया था।
15 से 17 जून को मुम्बई मे आयोजित “राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन” जिसका उद्घाटन लोकसभा के अध्यक्ष ओम विरला ने किया था, उसमे प्रतिभाग करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय पंचायत परिषद और जिला सचिव, भाजपा महिला मोर्चा बलिया स्मृति सिंह (पूर्व प्रधान) ने आधी आबादी को आरक्षण देने की मांग की थी। स्मृति को खुशी है की हमारे जैसे हजारों-लाखों महिलाओं की मांग को पूरा करते हुए तथा देश की आधी अबादी को सच्चे मायने में उनका हक देने के लिए व भारतीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत व सहभागी बनाने के लिए यह बिल नये संसद भवन की शुरुआत में ही पेश कर व उसे पारित कराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने यह सिद्ध कर दिया है कि वो महिला सशक्तीकरण की सिर्फ़ बात ही नहीं करते, बल्कि वे इस दिशा में दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ काम करके भी दिखाते हैं।
इस बिल के माध्यम से मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मातृशक्ति सम्पूर्ण राष्ट्र की ताक़त है, जिसके बिना भारत के नव निर्माण की कल्पना बेमानी है। इसके लिए प्रधानमंत्री का भारत की नारियों की तरफ से वंदन व अभिनन्दन।