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98वीं जयंती पर दिल्ली से बलिया तक याद किए गए बलिया के लाल जननायक

-पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जयंती
-दिल्ली जननायक स्थल, चंद्रशेखर उद्यान, जेएनसीयू में हुआ आयोजन
-द होराइजन स्कूल, सपा बांसडीह ने आदित्य लाज में किया आयोजन

शशिकांत ओझा


बलिया : देश में युवा तुर्क के नाम से विख्यात, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, जननायक चंद्रशेखर गुरुवार को अपनी 98वीं जयंती पर दिल्ली से लगायत बलिया तक याद किए गए। लोगों ने उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें अपनी श्रद्बांजलि अर्पित की। दिल्ली जननायक स्थल, बलिया जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, चंद्रशेखर उद्यान, द होराइजन स्कूल सहित बांसडीह के आदित्य लाज में बड़ा आयोजन हुआ।

 

पूर्व प्रधानमंत्री भारत सरकार, बलिया के लाल चंद्रशेखर की 98वी जयंती पर उनकी समाधि ‘जननायक स्थल’ दिल्ली में उन्हें याद किया गया। बलिया सहित देश भर से पहुंचे उनके अनुयायियों ने उन्हें नमन किया। पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने सभी आगंतुकों का अभिवादन किया। उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, पूर्व मंत्री नारद राय ने राज्यसभा सांसद नीरज शेखर के साथ उनकी समाधि पर पुष्प चढाया। राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने सबसे पहले अपनी पत्नी डा. सुषमा शेखर (भाजपा नेता फेफना विधानसभा) और दोनों बेटियों के साथ पूर्व प्रधानमंत्री और अपने श्रद्धेय पिताश्री को नमन किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में बलिया के भी बहुत लोग मौजूद रहे।

 

जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में जयंती पर याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री

जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री जननायक चन्द्रशेखर की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। विश्वविद्यालय के कुलपति और सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने चन्द्रशेखर जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी स्मृतियों को नमन किया। इस अवसर पर दो सत्रों में व्याख्यान आयोजित हुए। प्रथम सत्र में ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ विषय पर बोलते हुए मुख्य अतिथि शलभ मणि त्रिपाठी विधायक, देवरिया रहे तो दूसरे सत्र में भारतीय लोकतंत्र की शुचिता में चन्द्रशेखर का योगदान विषय पर प्रो. हरिकेश सिंह पूर्व कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा ने अपने विचार साझा किए। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने दिया। कहा कि चन्द्रशेखर का जीवन वास्तविक लोकतंत्र का साक्षात उदाहरण है। वे मानवता के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किए।

 

समाजवादी पार्टी ने बांसडीह में याद किया पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को

समाजवादी पार्टी ने बांसडीह के आदित्य लाज पर महान पदयात्री, बलिया के सपूत पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चंद्रशेखर की जयंती बड़े ही धूम धाम से मनाई। विधानसभा क्षेत्र सभी इलाकों से पहुंचे हजारों लोगों ने अपने जनपद के स्वाभिमान के प्रतीक युवातुर्क के नाम से चर्चित जन नायक को नमन किया। “वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष में चंद्रशेखर की सर्वभौमिक स्वीकार्यता” विषय पर गोष्ठी हुई जिसमें सपा के राष्ट्रीय सचिव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने विचार रखे। कहा चंद्रशेखर ने जो कहा जीवन पर्यन्त उस पर अडिग रहे। चंद्रशेखर कहते थे मैं चुनाव हार जाऊंगा वह मंजूर है लेकिन झूठ नहीं बोलूंगा, अपनी नीतियों से समझौता नहीं करूंगा।

द होराइजन स्कूलत्रिकालपुर गड़वार में याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती पर द होराइजन स्कूल त्रिकालपुर, गड़वार में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने चंद्रशेखर के चित्र पर पुष्प माला चढ़ाकर उनकी जयंती मनाई। प्रधानाचार्य ने अपने सम्बोधन में कहा कि चंद्रशेखर जी को युवा तुर्क के नाम से भी जाना जाता है, और उनके विचार आज भी हमें प्रेरणा देते हैं। चंद्रशेखर जैसे महान व्यक्तित्व की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।

चंद्रशेखर उद्यान में जयंती पर हुआ सर्वधर्म प्रार्थना

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 98वी जयंती चंद्रशेखर उद्यान बलिया में शेखर फाउंडेशन एवं चंद्रशेखर विचार मंच के तत्वाधान में सवधर्म प्रार्थना सभा के रूप में मनाई गई। सुबह से ही जनपद के कोने कोने से आए लोगों ने चन्द्रशेखर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। वक्ताओं ने कहा राजनीति में बहुत से लोग आते हैं, कुछ पद के लिए, कुछ प्रतिष्ठा के लिए, पर कुछ विरले होते हैं जो राजनीति को एक मिशन मानते हैं। सेवा का माध्यम, समाज परिवर्तन का औज़ार। ऐसे ही विरले जननायकों में एक नाम है चन्द्रशेखर। सत्ता जिनके लिए कभी लक्ष्य नहीं रही, बल्कि एक माध्यम रही। जनसेवा का, सामाजिक न्याय का, और लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने का। शेखर फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिल सिंह ने सबका आभार जताया। आयोजन में राजधारी पूर्व मंत्री, अनिल सिंह,  झूल्लन भैया, उत्कर्ष सिंह आदि की उपस्थित रही।