
-हाल स्वास्थ्य विभाग का
-सीएचसी नरही के अंतर्गत न्यू पीएचसी उसरौली का मामला
-सीएचसी प्रभारी ने कहा चिकित्सक और कर्मियों की है भारी कमी

बलिया : आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर शासन बहुत गंभीर है पर स्वास्थ्य विभाग इसे तनिक भी गंभीरता से नहीं ले रहा। इसका जीता जागता उदाहरण रविवार को न्यू पीएचसी उसरौली में उस समय देखने को मिला जब मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला बिना चिकित्सक और बिना फार्मासिस्ट के ही चल। वहां स्वास्थ्य मेला लैब टैक्निशीयन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा संचालित किया गया।
विकासखंड सोहांव अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरही के अंतर्गत न्यू पीएचसी उसरौली में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन हुआ था। जन आरोग्य मेला में चिकित्सक और फार्मासिस्ट की मौजूदगी थी ही नहीं। जानकारी पर पता चला कि उसरौली के चिकित्सक की कुंभ मेला में ड्यूटी लगी है और फार्मासिस्ट की तबीयत खराब है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला में आम जन का इलाज होना है पर वहां किसी जिम्मेदार की मौजूदगी नहीं की गई। वहां एक लैब टैक्निशीयन और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौजूदगी थी। अंदाजा लगाया जा सकता है कि लैब टैक्निशीयन और ग्रुप डी क्या इलाज करेंगे।
सीएचसी प्रभारी नरही डा. पंकज सिंह ने बताया कि हमारे यहां चिकित्सक और फार्मासिस्ट की भारी कमी है। जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला बंद करना या रोकना मेरी क्षमता के बाहर है।