शशिकांत ओझा
बलिया : बसुधरपाह सीएचसी के 11 कर्मचारियों को सीएमओ डॉ.जयंत कुमार ने निलंबित कर दिया है। वहीं, आयुष चिकित्सक और फार्मासिस्ट को निलंबित करने को शासन को पत्र भेजा है। परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह की नाराजगी के बाद सीएमओ ने ये कार्रवाई की है। इससे पहले उन्होंने सिर्फ कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकी थी।
तीन फरवरी को परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के निरीक्षण के दौरान सीएचसी बसुधरपाह पर ताला लटका मिला था। वहां के सभी कर्मचारी अनुपस्थित थे। मंत्री ने सीएमओ को तत्काल सभी कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी सीएमओ ने सभी की सिर्फ वेतन वृद्धि रोकी थी।
इससे नाराज मंत्री ने कलक्ट्रेट सभागार में पिछले दिनों पहले हुई बैठक में सीएमओ से कहा था कि कार्रवाई नहीं हुई तो आपके ऊपर कार्यवाही होगी। इसके दूसरे दिन सीएमओ ने त्रिस्तरीय कमेटी का गठन कर मामले के जांच का निर्देश दिया था। अभी ये प्रक्रिया चल रही रही थी कि मंगलवार की देर रात सीएमओ आवास से गैर हाजिर कमर्चारियों को निलंबन की कारईवाई हुई है।
निलंबित होने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मियों में वार्ड ब्वाय मणिशंकर सिंह, रीता देवी, मुन्नू यादव, राजपूत राजू सिंह, कालिंदी राय, शिल्पी सिंह, अजय सिंह, सचिन कुमार व मनीष कुमार पांडेय, चौकीदार दिनेशचंद्र मौर्य, बच्चा, रावत हैं। निलंबन की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। इसमें से छह कर्मचारी पहले से जांच के घेरे में है। फर्जी नियुक्ति मामले में उनकी जांच चल रही है।
निलम्बन की खबर मिलते ही मचा हड़कम्प
बसुधरपाह सीएचसी पर तैनात सभी कर्मचारियों पर कार्रवाई की खबर मिलते ही हड़कम्प मच गया। सभी कर्मचारी जिला मुख्यालय पहुंच गए। सोनवानी सीएचसी प्रभारी डा. मुकर्रम अहमद ने सोनवानी में तैनात एक वार्ड व्याय व फर्मासिस्ट को बसुधरपार सीएचसी भेजकर चिकित्सकीय सुविधा चालू करवाया। उन्होंने कहा कि निलंम्बन की जानकारी सुबह दस बजे हुई है। जब तक सीएमओ कार्यालय से नए चिकित्सक व कर्मचारी नहीं मिल जाते तब तक किसी तरह 10 से 4 बजे तक स्वास्थ्य सुविधा संचालित की जाएगी। 24 घंटे इमरजेंसी की सुविधा सोनवानी सीएचसी पर ही मिलेगी।