
-सांसद नीरज शेखर की पुत्री की पहल
-वाराणसी से आएंगे दो नेत्र परीक्षण वाले चिकित्सक, बलिया से तीन
-जिन छात्रों को आवश्यकता होगी दिया जाएगा निशुल्क चश्मा

शशिकांत ओझा
बलिया : कहावत बहुत पुरानी है कि बबूल के नीचे बबूल का पेड़ और आम के पेड़ के नीचे आम का पेड़ ही उगता है। बलिया जिले में यह कहावत का उदाहरण फिर से कृतार्थ हुआ है। जी हां हम बात कर रहे हैं राज्यसभा सांसद की पुत्री और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पौत्री रानिया शेखर की। रानिया शेखर अपने पिता और दादा जी के रास्ते पर ही समाज की सेवा में एक बड़ी पहल करने जा रही है। रानिया शेखर की पहल पर रविवार को देवस्थली विद्यापीठ रसडा़ में 1000 से अधिक छात्रों का विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा नेत्र परीक्षण होना है और सभी को आवश्यकतानुसार निशुल्क चश्मा भी वितरित किया जाएगा।

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पौत्री, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर और डा. सुषमा शेखर की पुत्री मिलाप संस्था की डायरेक्टर है और संस्था अपने तरीके से फंड इकट्ठा कर समाज की बेहतरी के लिए काम करती है। रानिया शेखर को जब समाज के किसी वर्ग की सेवा का अवसर मिला तो उसने इसके लिए बलिया को चुना। देवस्थली स्कूल में रविवार को सभी बच्चों को बुलाया गया है। अधिकांश बच्चों का नेत्र परीक्षण होगा। आवश्यकतानुसार बच्चों को निशुल्क चश्मा भी निशुल्क रानिया शेखर की ओर से दिया जाएगा। कार्यक्रम में रानिया शेखर अपने पिता सांसद नीरज शेखर के साथ मौजूद रहेगी।
