-हृदयविदारक घटना
-गंगा में नहाने गए 10 वर्षीय पुत्र सत्यम की डूबने से हुई मौत
शशिकांत ओझा
बलिया : कभी कभी विधाता की मर्जी पर भी पब्लिक सवाल उठाने लगती है। मंगलवार को हल्दी थाना क्षेत्र के गंगा नदी हुकुम छपरा घाट पर ऐसा ही हुआ। पति वियोग में तड़प रही शीला को विधाता ने पुत्र वियोग भी दिया। सुबह करीब 10:00 बजे गंगा में स्नान करते वक्त सत्यम शाह की डूबने से मौत हो गई। उसके पिता पिंटू शाह की भी मौत छह माह पहले हुई थी।
बलिया कोतवाली के जेपी नगर निवासी स्वर्गीय पिंटू शाह की पत्नी शीला देवी अपने मायका हल्दी थाना क्षेत्र के शुक्ल छपरा में अपने पिता दया गोड के घर में रहकर ही पति के मौत के बाद अपने बच्चों का पालन पोषण करती है। प्रतिदिन अपने जीविका के लिए हुकुम छपरा गंगा नदी के घाट पर प्रसाद, सिंदूर, बिंदी बेचने का काम करती है । हर रोज की तरह वह अपने बेटे सत्यम के साथ गंगा नदी के हुकुम छपरा घाट पर गई हुई थी। मां अभी अपना दुकान लगाकर सामान बेचने में लगी हुई थी । इसी बीच सत्यम गंगा नदी में स्नान करने के लिए चला गया। कुछ देर बाद मां को अपने बेटे सत्यम का ख्याल आया तो बेटे को गंगा नदी में स्नान करने के वक्त डूबते हुए देख शोर मचाना शुरू किया।
तब तक लोग बचाने का प्रयास करते सत्यम गहरे पानी में डूब गया। मां दहाड़े मारकर गंगा घाट पर ही रोने लगी। स्थानीय मालाहो ने गंगा में छलांग लगाकर सत्यम को करीब 1 घंटे के अंदर ही खोज निकाला। मौके पर पहुंची स्थानीय रामगढ़ पुलिस के अलावा हल्दी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। जैसे ही सत्यम के डूबने की सूचना शुकूल छपरा गांव में पहुंची तो मातम छा गया। जो जहां था वहीं से ही गंगा घाट की ओर चल दिया। पिंटू शाह के दो लड़के थे। बड़ा लड़का प्रिंस 12 साल सत्यम 10 वर्ष वह एक छोटी बहन अंशु है । सत्यम प्राथमिक विद्यालय स्कूल शुक्ल छपरा में कक्षा 2 में पड़ता था। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे बैरिया के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त किया।