-आध्यात्मिक कार्यशाला
-बच्चों पर विशेष शोध करनेवाले शोधार्थी शिवानंद राय देंगे प्रशिक्षण
शशिकांत ओझा
बलिया : गायत्री शक्तिपीठ महाबीर घाट में 10 वर्ष से अधिक के बच्चों को जीवन जीने की कला के अंतर्गत पांच दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उक्त जानकारी गायत्री शक्तिपीठ के प्रभारी विजेंद्र नाथ चौबे “भगवन” ने दी।
प्रभारी विजेंद्र नाथ चौबे ने बताया कि एक मार्च से पांच मार्च तक सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक बच्चों पर विशेष शोष करने वाले शोधार्थी छात्र शिवानंद राय बच्चों को शिक्षण प्रशिक्षण देंगे। श्री चौबे ने कहा कि मानव के अमूल्य जीवन में इस ब्रह्मांड का संपूर्ण सौंदर्य एवं सुंदरता पड़ा हुआ है। ब्रहमांड की सुंदरता का अनुभव हम तभी कर सकते हैं चब हमें जीवन जीने की कला आए। आध्यात्म एक दिव्य रीति है जो जीवन जीने की कला सिखाती है। जिस मनुष्य के पास इस दिव्य रीति क ज्ञान है वह प्रत्येक प्रकार के संकट, दु:ख से छुटकारा पाकर आनंद की अनुभूति कर सकता है। इस आध्यात्मिक अनुपम विधा का संस्कार बच्चों में किशोरावस्था में डालना जरूरी है। जिससे बच्चे अपने परिवार, समाज औऋ देश और ईश्वर के प्रति समर्पण का भाव रखें। श्री चौबे ने सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि कार्यक्रम के महत्व को समझते हुए सभी अपने बच्चों को भेजने भेजवाने का प्रबंध करें।