-गायत्री परिवार का धार्मिक आयोजन
-शक्तिपीठ से निकल यात्रा पहुंची भृगु मंदिर, कलश पूजन के बाद फिर शक्तिपीठ
-मां गायत्री प्रतिमा प्राणप्रतिष्ठा वार्षिकोत्सव सहित होगा 108 कुंडीय महायज्ञ
शशिकांत ओझा
बलिया : गायत्री परिवार के गायत्री शक्तिपीठ में स्थापित वेदमाता गायत्री की प्रतिमा प्राणप्रतिष्ठा वार्षिकोत्सव समारोह के क्रम में आयोजित पांच दिवसीय 108 कुंडीय महायज्ञ की भव्य एवं दिव्य कलश यात्रा मंगलवार को निकली।
गायत्री शक्तिपीठ के प्रभारी बिजेंद्र नाथ चौबे के निर्देशन में कलश यात्रा गायत्री शक्तिपीठ से पूरी श्रद्धा और धार्मिक विचारधारा से ओतप्रोत होकर निकली। शक्तिपीठ से निकल यात्रा चमन सिंह बाग होते हुए बालेश्वर मंदिर पहुंची। वहां से दुर्गा मंदिर होते हुए नयाचौक पहुंची। वहां से चित्रगुप्त मंदिर होते हुए भृगु मंदिर पहुंची। महर्षि भृगु मंदिर में कलश पूजन के बाद फिर कलश यात्रा रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां से चौक होते हुए कलश यात्रा फिर गायत्री शक्तिपीठ पहुंची। कलश यात्रा में मां गायत्री और भारत माता की झांकी भी प्रस्तुत थी।
108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की दिव्य कलश यात्रा का नगर में जगह जगह विभिन्न संस्थानों ने अपना स्टाल लगाकर जलपान कराया। नगर में कई स्थानों पर कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु जनों पर पुष्प वर्षा भी की गई। कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु जनों के श्रीमुख से उच्चारित गायत्री मंत्र ने भृगु नगरी को गायत्रीमय कर दिया। पूरा नगर भक्तिमय माहौल में रंग गया। गायत्री परिवार में शामिल हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के बाद भी कहीं अव्यवस्था का आलम नहीं दिखना गायत्री परिवार के सदस्यों की शालिनता और संस्कार को प्रदर्शित किया।