
-पैतृक भूमि पर सम्मान
-दादर नगर हवेली और दमन दीव शतरंज कोच, राष्ट्रीय प्रक्षिक्षक हैं बलिया में
-कलेक्ट्रेट में बुलाकर जिलाधिकारी ने किया स्वागत अभिनंदन, मुलाकात
शशिकांत ओझा
बलिया : दादर नगर हवेली और दमण-दीव के शतरंज कोच और राष्ट्रीय प्रशिक्षक के साथ शतरंज में अरीना ग्रैंडमास्टर विक्रम मिश्रा इन दिनों अपने गांव रेपुरा (बलिया) आए हुए हैं। जैसे ही अलग अलग स्कूल या जिले के अधिकारियों और नेताओं को मालूम चला तो शतरंज के कोच विक्रम मिश्रा के पास फोन लगातार आ रहे हैं क्योंकि शतरंज कोच अपने गाँव रेपुरा बलिया चार साल के बाद आए हैं। साथ ही इन्ही चार साल में पांच देश भूटान, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और दुबई देश से शतरंज टूर्नामेंट खेलकर और मेडल जीतकर लाए भी हैं । इन्ही कारण जिले में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है।
इसी क्रम में सोमवार को जिले के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने अपने ऑफिस में बुलाकर उनका स्वागत करते हुए सम्मानित किया। जिलाधिकारी कार्यालय में कई बड़े अधिकारियों ने भी स्वागत किया। सनबीम स्कूल के डायरेक्टर डा. कुंवर अरुण सिंह “गामा “ ने भी अपने स्कूल में भव्य स्वागत व सम्मान किया। साथ ही शतरंज कोच से निवेदन भी किये है कि जितने दिन आपके पास है तो सनबीम स्कूल के विद्यार्थियों को शतरंज का गुण जरूर बताइये। इसी क्रम में पार्वती शिक्षा निकेतन स्कूल के भी स्कूल मैनेजमेंट हर्ष सिंह और वसु सिंह के तरफ से शतरंज कोच को आग्रह करके स्कूल में बुलाया गया। क्योकि पार्वती शिक्षा निकेतन स्कूल से ही शतरंज कोच बचपन मे पढ़ाई किये थे। शतरंज कोच स्कूल में पहुचकर शतरंज का गुण विद्यार्थियों को समझाये और बताये की सही तरीका क्या है। शतरंज खेलने का और कैसे शतरंज खेलकर अपना करियर बना सकते है।