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यक्ष प्रश्न : क्या तीन करोड़ 50 लाख लागत की जियो ट्यूब विधि बचाएगी बाढ से

-हाल बाढ राहत प्रोजेक्ट का

-25 जून तक कार्य पूर्ण करने की थी मियाद, अभी तक आधा ही हुआ कार्य

शशिकांत ओझा

बलिया : 15 जून बीत गया संभवतः एक हफ्ते में मानसून दस्तक दे दे। लेकिन दुबे छपरा, गोपालपुर, कन्हयी ब्रह्म बाबा का स्थान व उदयी छपरा गांव को बचाने की कवायद में बाढ़ विभाग द्वारा जियो ट्यूब विधि के माध्यम से लगभग तीन करोड़ 50 लाख के प्रोजेक्ट से बाढ़ व कटान को रोकने का प्रयास बचा पाएगा यक्ष प्रश्न बना है।

कारण कार्य पूर्ण करने की मियाद नजदीक है पर काम अभी आधा ही हुआ है। कार्य लगभग अप्रैल माह से आज तक जारी है। इसकी अंतिम तिथि 25 जून है। लेकिन गांव के लोगों के अनुसार अभी तक यह कार्य 50 से 60 प्रतिशत ही हुआ है। जबकि विभाग के अधिकारियों की माने तो 75 से 80 प्रतिशत तक कार्य पूरा हो चुका है। बाकी कार्य जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा। लेकिन गांव के लोगों में दहशत है कि अगर  कटान रोधी बचाव कार्य समय पर पूरा नहीं हुआ तो क्या होगा।

गांव के लोगों के साथ साथ तटवर्ती इलाकों  के लोगों का कहना है की विभाग के लोग व ठेकेदार मानक के विपरित बिना जाली में ही बोरी को बालू भरके प्लेटफार्म बनाया जा रहा है और उसी के ऊपर जिओ ट्यूब में बालू भरकर रिक्वेंट किया जा रहा है। इससे संदेह है की अगर गंगा की उफनती लहर में  शायद बालू भरी बोरिया गंगा की धारा में बह ना जाए। जिस कारण गोपालपुर, उदई छपरा, दुबे छपरा के लोगों में अभी भी संशय बरकरार है ।

अगर गंगा में विकराल बाढ़ आती है तो हम सब के गांव का अस्तित्व बचेगा भी या नहीं। यह भविष्य की बातें हैं। वहीं विभागीय  अधिकारियों का कहना है की मानक को ध्यान में रखकर कटान रोधी बचाव कार्य हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कर रहे हैं । जिससे गांव को बचाया जा सके।