-पुलिस को सफलता
-आईटीआई कालेज हुसैनाबाद के पास पुलिस को देख बोलेरो खड़ा कर भाग गया चालक
रविशंकर पांडेय
बांसडीह (बलिया) : दिलेर महिला पुलिस अधिकारी क्षेत्राधिकारी बांसडीह प्रीती त्रिपाठी के कुशल पर्यवेक्षण में अवैध शराब की तस्करी के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में बांसडीह पुलिस को मिली सफलता मिली हैं। पुलिस ने बिहार भेजने के लिए तैयार 768 केन बीयर को एक बोलेरो में आईटीआई कालेज हुसैनाबाद से पकड़ा है।
जानकारी के मुताबिक प्रभारी निरीक्षक बांसडीह राजीव मिश्र के नेतृत्व में थाना बांसडीह पुलिस फोर्स द्वारा मुखबीर की सूचना पर आईटीआई कालेज हुसैनाबाद के पास से रविवार की रात्रि लगभग बारह बजे एक बोलेरो में 768 अदद बीयर केन 500 एमएल की कुल 384 लीटर नाजायज बीयर बरामद किया। बीयर की कीमत लगभग साढ़े 84 हजार रुपये है। चार पहिया वाहन बोलेरो को अंतर्गत धारा 207 MV ACT में सीज किया गया। उक्त के सम्बन्ध में थाना बांसडीह पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की गई है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रात्रि में उक्त बोलेरो को पुलिस द्वारा रूकने का इशारा किया गया तो बोलेरो चालक पुलिस वालों से दूर ही गाड़ी खड़ी कर पकड़े जाने के डर से अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।
सूत्रों की माने तो इसमें सफेद पोश भी शामिल हैं तस्करी में
बांसडीह : बिहार में शराब, बीयर भले ही बंद है।लेकिन बलिया के बांसडीह से सरयू नदी उस पार अवैध रूप से बीयर, अंग्रेजी शराब की सप्लाई जमकर हो रही है। इसके पहले चुनाव के दौरान भी सहतवार के तत्कालीन थानाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने अवैध अंग्रेजी शराब पकड़ा था। वहीं रविवार की देर रात को बांसडीह कोतवाल राजीव मिश्र ने अवैध बीयर बरामद पकड़ा है।
बलिया जिले के तीन तरफ यानि दक्षिणी छोर गंगा नदी उस पार बक्सर भोजपुर (बिहार ), उत्तरी तरफ बांसडीह इलाका से सरयू नदी उस पार सिवान, गोपालगंज ( बिहार ) और पूर्वी छोर पर उक्त दोनों नदियां एक साथ मिल जाती हैं जहां नदी पार छपरा ( बिहार ) पड़ता है। बिहार प्रांत में नीतीश सरकार द्वारा शराब पूर्णतया बंद है लेकिन बिहार में शराब की तस्करी लगातार चल रही है। वह भी नदी के सहारे ही बिहार में अवैध शराब, बीयर जाता है। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि बिना किसी भय के तस्करी धडल्ले से हो रही है। सूत्रों की माने तो इसमें अच्छे सफेद पोश पूरी तरह संलिप्त हैं। जो इन शराब माफियाओं को संरक्षण प्रदान करते हैं।