बलिया : जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने थाना दिवस पर शनिवार को बांसडीह रोड थाने पर लोगों की समस्याएं सुनी। डीएम ने थाना दिवस अवसर पर शिकायतकर्ताओं की समस्याओं के संबंध में संबंधित लेखपालों से बातचीत की और उन्हें निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर मामलों का जल्द से जल्द निस्तारण कराएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि लेखपालों द्वारा अपना कार्य ठीक से न किए जाने के कारण ही तहसील दिवस में अधिक से अधिक शिकायतें आती हैं। थाना दिवस में अधिकतर मामले जमीनी विवाद से संबंधित थे। जिलाधिकारी ने लेखपालों को निर्देश दिया कि वह अपने कार्य क्षेत्र में ही निवास करें अगर वे अन्यत्र निवास करते हुए पाए गए तो उन पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। कहा कि यदि लेखपालों को अपना कार्य करने में किसी प्रकार की समस्या आ रही हो तो वह ऊपर के अधिकारियों को अवगत कराएं जिससे मामले का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके। पुलिस अधीक्षक राजकरण नय्यर ने भी इस अवसर पर लोगों की शिकायतें सुनी और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इसका निस्तारण करने का आदेश दिया। थाना दिवस पर कुल नौ मामले आए जिनमें से एक का ही मौके पर निस्तारण हो पाया। दो मामले लेखपालों को सौंप दिए गए। जिलाधिकारी ने दोनों लेखपालों को आदेश दिया कि आज ही अपने कार्य क्षेत्र में जाकर दोनों मामलों का निस्तारण करें।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक
बलिया : जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश देते हुए कहा कि आप सभी लोग अपने क्षेत्र में इमानदारी पूर्वक काम करें और राज्य सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करें क्योंकि स्वास्थ्य के मामले में जनपद की रैंकिंग संतोषजनक नहीं है। जो भी एमओआईसी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में समर्थ नहीं होंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही डीएम ने आदेश दिया कि सभी एमओआईसी अपने कार्य क्षेत्र में ही निवास करेंगे। अगर उनके पास संसाधनों की कमी है तो उन्हें जल्द से जल्द संसाधन उपलब्ध करा दिए जाएंगे। लोगों का स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकताओ में से एक है। इसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज कुमार पांडेय को निर्देश दिया कि सभी पीएचसी और सीएचसी में पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संबंधी उपकरण उपलब्ध हो। कहा कि जिन स्थानों पर आशाओं और एएनएम की कमी है उनकी भर्ती की जाए। जिससे कि लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से पहुंच सके। इस संदर्भ में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी आशा बहुएं गर्भवती महिलाओं को जरूरी सलाह दें और उनको यह जरूर बताएं कि वे अपना इलाज सरकारी अस्पतालों में ही कराए जिससे उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके। साथ ही उन्होंने एमओआईसी को आदेश दिया कि आप सभी लोग जल्द से जल्द आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी कर दें। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके। जो भी एमओआईसी अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं जिलाधिकारी ने उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने का आदेश दिया। इस दौरान उन्होंने फैमिली प्लानिंग के संबंध में पुरुष नसबंदी की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की नसबंदी होती है। पुरुषों को अधिक से अधिक मात्रा में नसबंदी के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी व सीएचसी में कोल्ड स्टोरेज का रखरखाव अच्छा रखा जाए। जिससे कि दवाओं और वैक्सीन की देखभाल ठीक ढंग से हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी संविदा कर्मी ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए और उनकी जगह नई भर्ती की जाए। इस समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज कुमार पांडेय के अतिरिक्त सभी एमओआईसी और चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।