-जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय
-केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलाधिपति रहे आयोजन के मुख्य अतिथि
-राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में आयोजित हुआ समारोह
शशिकांत ओझा
बलिया : जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षांत समारोह रविवार को भव्य समारोह के रूप में परिसर के दीक्षांत मंडप में संपन्न हुआ। दीक्षांत समारोह में 26 बालिकाओं सहित 38 छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा गया। आयोजन में विश्वविद्यालय के 24802 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलाधिपति हरमहेंद्र सिंह बेदी रहे तो अध्यक्षता राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया। बतौर विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने अपनी सहभागिता की।
पंचम दीक्षांत समारोह की शुरूआत राष्ट्र गीत व विश्वविद्यालय के कुलगीत से हुई। इसके पश्चात मेडल और उपाधि का वितरण किया गया। जिसमें कुल 24802 विद्यार्थियों ने उपाधि प्राप्त किया, जिसमें इसमें स्नातक स्तर के 21,372 व स्नातकोत्तर स्तर के 3,430 विद्यार्थी शामिल हैं। इसमें 13,347 छात्राएं व 11.454 छात्र हैं। राज्यपाल ने 38 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिया, जिसमें 12 छात्र व 26 छात्राएं थीं। एक छात्रा को कुलाधिपति मेडल भी प्रदान किया गया।
राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि हरमहेंद्र सिंह बेदी, कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने संबोधित किया। कुलपति प्रो. संदीप कुमार गुप्त ने जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की प्रगति प्रस्तुत किया। दीक्षांत समारोह में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, अल्पसंख्यक राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, विधायक केतकी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव की उपस्थिति रही। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार संचालन डा. निशा राघव ने किया।
बेटियों को एचपीवी वैक्सीन जरूर लगवाएं
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि इस देश को स्वस्थ महिलाओं की आवश्यकता है। वर्तमान में कैंसर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि हर महिला अपनी बेटी को कैंसररोधी वैक्सीन जरूर लगवाएं। इसमें दो-तीन हजार का खर्च जरूर है, पर पतियों और भाईयों से उपहार में साड़ी व अन्य सामानों की जगह वैक्सीन लगवाने को जरूर कहें। बीमारी के बाद लाखों रूपए खर्च करने की वजाय वैक्सीन लगवाना बेहतर विकल्प है।
परिषदीय स्कूली के बच्चों को.राज्यपाल से किया संवाद, दिए उपहार
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने परिषदीय स्कूल के 30 बच्चों से बातचीत किया। उन्होंने सभी बच्चों को उपहार भी दीं, जिसमें स्कूल बैग, कापी किताबें, पेंसिल, पेन आदि पाठ्यसामग्री के साथ बिस्कुट, टाफ़ी आदि था। राज्यपाल से उपहार पाकर बच्चे काफी उत्साहित दिखे। बच्चों ने भी उनको पर्यावरण, संविधान, राष्ट्रीय ध्वज पर आधारित पेंटिंग भेंट किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भी मिलकर पोषण किट का सदुपयोग कर कुपोषणमुक्त व टीबी मुक्त गांव बनाने का संदेश दिया। केंद्र पर बच्चो को खेलने के लिए तीन पहिया रिक्सा भी दीं। विश्वविद्यालय के गोद लिए हुए गाँवों में पूर्व में आयोजित की गयी खेलकूद प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया।
मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को करें प्रोत्साहित
राज्यपाल ने कहा कि गंगा व सरयू नदी के बीच होने के नाते प्रकृति ने भी इस क्षेत्र को अत्यंत उर्वरक कृषि योग्य भूमि दी है। आज पूरी दुनिया मिलेट्स यानी ‘श्री अन्न‘ मोटे अनाज के महत्व को जान चुकी है। इसलिए सभी विद्यार्थी व शिक्षक इस क्षेत्र के किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें। कृषि विज्ञान से जुड़े शिक्षक एवं विद्यार्थी ‘श्री अन्न‘ की गुणवत्ता और उत्पादकता की वृद्धि के लिए शोध और नवाचार करें, ताकि भारत अपने साथ-साथ पूरी दुनिया की आबादी को पोषण दे सके।