-जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में
-शिक्षा मंथन सम्मेलन कानपुर से प्राप्त अनुभव और ज्ञान को सहयोगियों संग किया गया साझा
शशिकांत ओझा
बलिया : जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में शिक्षा मंथन 2023 : एक अनुवर्तन विषयक एक अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन उन्मेष कार्यक्रम के तहत किया गया। इस कार्यक्रम में कानपुर में आयोजित ‘शिक्षा मंथन 2023’ सम्मेलन के मिले अनुभव को सहभाग करने वाले प्रतिभागियों ने सहभाग किया।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा विवि के संकाय सदस्यों को नैक, विवि की अखिल भारतीय, एशियाई व विश्व रैंकिंग, एनईपी 2020 के क्रियान्वयन आदि विषयों की विस्तृत जानकारी दी गई। डाॅ. विनीत कुमार सिंह, सह आचार्य, वाणिज्य ने विवि किस प्रकार अखिल भारतीय स्तर पर अच्छा रैंक प्राप्त कर सकता है, के विषय में बताते हुए एनआईआरएफ रैंकिंग की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। डाॅ. अजय कुमार चौबे, सह आचार्य, अंग्रेजी ने नैक की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। विवि के द्वारा नैक मूल्यांकन की तैयारी करने और अच्छा ग्रेड पाने के लिए समुचित सुझाव भी दिये। डाॅ. प्रियंका सिंह, सह आचार्य, समाजशास्त्र ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन इ पी) 2020 के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियाँ और उनके समाधान पर चर्चा की। डाॅ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, सहायक आचार्य, हिन्दी ने भारतीय भाषाओं में शिक्षण के लिए पाठ्यपुस्तकों के निर्माण की आवश्यकता पर बात की। डाॅ. पुष्पा मिश्रा, निदेशक, शैक्षणिक ने ‘शिक्षा मंथन 2023’ सम्मेलन के सभी सत्रों के विभिन्न विषयों पर हुए विमर्शों का संक्षिप्त परिचय देते हुए, इसकी उपादेयता का निरूपण किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि किसी भी सम्मेलन में प्रतिभाग करने के बाद उससे प्राप्त अनुभवों का उपयोग संस्था के सभी सदस्य कर सकें, इसके लिए ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता होती है। इस सम्मेलन से हमने जो सीखा है, उसमें से अपनी प्राथमिकता के बिंदुओं को तलाश कर उसको अमल में लाने के लिए प्रयत्न करने होंगे। अतः हमें नैक की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।