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उत्तर प्रदेश देश पूर्वांचल बलिया राज्य

मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त संदीप पांडेय, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह व रामइकबाल सिंह का समर्थन

(पत्रकारों के धरना को संबोधित करते मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय)

-पत्रकारों का आंदोलन
पूर्व विधायक ने प्रेस को लोकतंत्र की आत्मा बताया कहा कुचलने वाले खुद जल जाएंगे
-संदीप सिंह ने कहा पत्रकार निर्देश दें तो हम बलिया से लखनऊ तक करेंगे पदयात्रा
-पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा आमरण अनशन और जेल भरने के लिए हैं तैयार

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बलिया : यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में जेल भेजे गए तीन पत्रकारों की ससम्मान रिहाई और जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक के निलंबन की मांग को लेकर बलिया जिला मुख्यालय पर पत्रकारों का क्रमिक अनशन अब अधिक जोर पकड़ने लगा है। पत्रकारों के आंदोलन को मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त संदीप पांडेय का भी समर्थन मिला है। बलिया के क्रांतिकारी विधायकों में शुमार रहे रामइकबाल सिंह और सुरेन्द्र सिंह का भी पूर्ण समर्थन प्राप्त है।

संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कलेक्ट्रेट में चल रहे क्रमिक अनशन में मंगलवार को जहां मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त संदीप पांडेय जी और पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह का समर्थन मिला वहीं बुधवार को पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह अनशन स्थल पर पहुंच पत्रकारों को अपना समर्थन और स्नेह दिया। मंगलवार को धरना स्थल पर पहुंचे मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह के साथ शहर में स्थापित शहीदों को माल्यार्पण व नमन करते हुए धरना स्थल पर पहुंचे। पेपर लीक मामले को प्रकाशित कर जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की करतूतों को उजागर करने की सराहना की और बिना अपराध जेल में पत्रकारों को बंद करने पर प्रशासन की भर्त्सना की। कहा कि लोकतंत्र की आवाज मीडिया है। प्रशासन को उसे बंद करने का अधिकार नहीं है। कहा कि पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर का सहयोग करने को मैंं तैयार हूं। पत्रकार साथी निर्देश दें तो आमरण अनशन या बलिया से लखनऊ पैदल जाकर शासन और राज्यपाल तक बात पहुंचा दूंगा।

(धरना को संबोधित करते पुर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह)

पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी पत्रकारों की रिहाई के लिए जेल भरने की बात कही। बस पत्रकारों का निर्देश मांगा। पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने प्रेस को लोकतंत्र की आत्मा कहा और कहा इसे कुचलने वाले खुद ही जल जाते हैं। लोकतंत्र की रक्षा और पत्रकारों की रिहाई के लिए अपना पूर्ण समर्थन भी दिया। पत्रकार भी आंदोलन को और प्रभावी बनाने की तैयारी कर रहे हैं। धरनास्थल पर पत्रकार संदीप सौरभ, हरिनारायण मिश्र, अखिलानंद तिवारी, करुणासिंधु सिंह, शशिकांत ओझा, मनोज चतुर्वेदी, मधूसूदन सिंह, शशिकांत मिश्र, नरेन्द्र मिश्र, मुकेश मिश्र, जयराम अनुरागी सहित घनश्याम चौबे, लक्ष्मण यादव, अरविंद गोंडवाना, गीताशरण सिंह आदि दर्जनों लोगों की मौजूदगी रही।

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