शशिकांत ओझा
बलिया : सिविल जज जूनियर डिवीजन के न्यायिक अधिकारियों ने जिला चिकित्सालय में दो दिवसीय प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारियों ने ट्रेनिंन के दौरान मेडिको लीगल, पोस्टमार्टम, गंभीर जांच, बड़े व छोटे अपराध, हादसे, आत्महत्या, जहरखुरानी और संदिग्ध मौतों के बारे में गहनता से जानकारी ली। प्रशिक्षु जजों ने विभिन्न वार्डों में पहुचकर कागजातों का अवलोकन किया।
जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके यादव ने बताया के पिछले दो दिनों से प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी जिला अस्पताल में प्रशिक्षण लिए हैं। उनका प्रशिक्षण पूर्ण हो गया है। बताया कि प्रशिक्षु जजों को घटना, दुर्घटना और शव विच्छेदन रिपोर्ट के बारे में गहन जानकारी दी गई। रिपोर्ट कैसे तैयार की जाती है। जिला चिकित्सालय के आपातकालीन कक्ष एवं विभिन्न वार्डों में अभिलेखों का भी अवलोकन कराया गया। प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारियों को मेडिको लीगल, अपराध, हादसे, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत आदि के बारे में भी गहन प्रशिक्षण दिया गया। इन घटनाओं से जुड़ी धाराओं के बारे में भी न्यायिक अधिकारियों ने अपने नोडल अधिकारी से जानकारी ली। खासकर मेडिको लीगल से संबंधित मामलों को थाने और जिला अस्पताल की भूमिका के बारे में प्रशिक्षित किया गया और अहम जानकारी साझा की गई। मृत व्यक्ति के पोस्टमार्टम व संदिग्ध मौत को लेकर होने वाली कार्रवाई के बारे में भी बताया गया। आत्महत्या, जहरखुरानी तथा सड़क हादसे से जुड़े मामलों के बारे में भी प्रशिक्षण दिया गया। जिला चिकित्सालय के दो दिवसीय प्रशिक्षण में मुख्य रूप से नोडल अधिकारी महेश चंद्र वर्मा के निर्देश पर सिविल जज जूनियर डिवीजन के प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारियों में स्निग्धा प्रधान, आशुतोष सिंह, सुरभि सिंह तथा प्रियंका यादव शामिल रहीं। प्रशिक्षण देने वालों में सीएमएस डा. एसके यादव के साथ प्रशिक्षक डा. आरडी राम एवं डॉ. रितेश सोनी शामिल रहे।