-विद्यालयी खेल में बड़ा खेल
-बलिया के गांधी इंटर दलन छपरा की दो लड़कियां थी आजमगढ़ मंडलीय टीम में चयनित
-इन्हीं के नाम पर बरेली प्रादेशिक प्रतियोगिता में खेलती मिली मऊ की दो लड़कियां
शशिकांत ओझा
बलिया : 68वीं विद्यालय का प्रतियोगिता में एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। बरेली में चल रही बालिका प्रादेशिक वॉलीबॉल प्रतियोगिता में आजमगढ़ मंडल की ओर से प्रतिभाग कर रही बलिया गांधी इंटर कॉलेज दलन छपरा की दो लड़कियां मुन्ना भाई निकली हैं। बलिया की इन लड़कियों के नाम पर मऊ जनपद की दो लड़कियां खेलती हुई मिली हैं। पकड़े जाने पर लड़कियों ने यह स्वीकार भी किया है बलिया के लड़कियों को प्रमाण पत्र मिले इसके लिए उन्हें खिलाया गया। पात्रता प्रमाण पत्र में बलिया की लड़कियों के स्थान पर कैसे मऊ की लड़़कियां आई यह वर्तमान समय के लिए बड़ा यक्ष प्रश्न है।
विद्यालय के छात्रों में खेल की प्रतिभा को निखारने और उन्हें उचित अवसर प्रदान करने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद और बेसिक शिक्षा परिषद अपने संयुक्त अभियान में प्रतिवर्ष विद्यालयी खेल प्रतियोगिता आयोजित कराता है। प्रतियोगिता में विद्यालय की टीमें आपस में भिड़ती हैं तब जनपदीय टीम बनती है। चयनित टीम मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में आपस में भिड़ मंडलीय टीम में स्थान पाती है और मंडलीय टीम प्रादेशिक प्रतियोगिता में भिड़कर प्रदेश स्तरीय टीम में स्थान पाती हैं। इसी क्रम में वालीबाल बालिकाओं की टीम अंडर 19 में गांधी इंटर कॉलेज दलन छपरा की दो लड़कियों ने मंडलीय टीम में अपना स्थान बनाया। इन दिनों बरेली में प्रादेशिक बालिका वालीबाल प्रतियोगिता आयोजित हो रही है। टीन में शामिल बलिया की दोनों लड़कियों के स्थान पर मऊ की दो लड़कियां खेलती हुई पाई गई हैं। पकड़े जाने पर लड़कियों ने स्वीकार भी कर लिया है की प्रमाण पत्र के लिए बलिया की लड़कियों के स्थान पर हमें खिलाया गया। इस करण आजमगढ़ मंडल की टीम को प्रतियोगिता से रिस्टीकेट भी कर दिया गया है। ऐसे में सिस्टम के सामने यह बड़ा सवाल आया है कि पात्रता प्रमाण पत्र में आखिर लड़कियां कैसे बदली गईं और बरेली में बलिया के स्थान पर मऊ की लड़कियां कैसे खेलने उतरी। यह शिक्षा विभाग के तथाकथित माफियाओं द्वारा सर्टिफिकेट देने का मामला बताया जा रहा है।