
-चित्रकला प्रदर्शनी का दूसरा दिन
-मौसम खराब होने के बाद भी जुटी भारी भीड़, नन्हों की कला कृतियों को मिली खूब प्रशंसा

बलिया मुरली मनोहर टाउन इंटर कालेज के सभागार में राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश लखनऊ की ओर से चल रही चित्रकला प्रदर्शनी के दूसरे दिन भारी वर्षा के बावजूद भी लोगों की भीड़ काफीरही। बारिश भी कला प्रेमियों के पांव को वहां जाने से रोक नहीं पायी। लोगों ने चित्रों को देख तारीफ भी की। नन्हें चित्रकारों को प्रशंसा भी मिली।

प्रदर्शनी देखने के लिए छोटे-छोटे प्रशिक्षु बच्चे अपने माता-पिता, अभिभावक और रिश्तेदारों को लेकर बारिश के बावजूद भी आते रहे और प्रदर्शनी में अपनी-अपनी कलाकृतियों को दिखाते रहे। अभिभावक भी अपने नन्हे मुन्ने बच्चों की कलाकृतियों को देखकर आश्चर्यचकित थे तथा कला अध्यापक डॉ इफ्तिखार खान के साथ ही प्रशिक्षक इरशाद अहमद अंसारी और मोहम्मद कैफ की सराहना किये। संजोजक डॉ इफ्तिखार खान ने बताया कि राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश लखनऊ की ओर से ग्रीष्मकालीन चित्रकला प्रशिक्षण का आयोजन अकादमी के सचिव आनंद कुमार आईएएस के आदेशानुसार किया गया। इस चित्रकला प्रशिक्षण में मुख्य रूप गंगा नदी पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) जिसमें बच्चों के बनाये हुए पंच प्रयाग बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री ग्लेशियर के साथ ही गंगा नदी के उद्गम का दृश्य जिसमें पर्वत की चोटियां, बर्फ, झरने का मनोरम प्राकृतिक दृश्य को देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए।


छोटे बच्चों में अंशमणी ने अपने चित्र में गंगा जल की सफाई कर्मी कछुआ, अंश सिंह ने मछली पकड़ते हुए भालू, युगल ने बब्बर शेर, सोहेल ने सारस पक्षी, हर्षिता वर्मा ने दुर्लभ पक्षियों में घोंसला सहित बया पक्षी, फलक, सरदार बलदीप सिंह, आंचल ने तोता,बुलबुल,गौरैया, आरात्रिका की पेंटिंग में हंसों का जोड़ा के साथ ही तोता, मैना आदि पक्षियों का सुंदर चित्रांकन किया। वहीं आकर्षिका ने पर्यावरण संरक्षण पर सुंदर पोस्टर बनाई जिसको लोगों ने सराहा l काजल,उत्कर्ष ने अपने चित्र में गांव ग्रामीण दृश्य और विलुप्त होते कुंआ तथा पनघट का दृश्य अंकन किया वहीं अन्य बच्चों ने ग्रामीण दृश्य का सुंदर चित्रण किया। अनस खान ने बाघ का सुंदर दृष्टांत चित्रण किया l डॉ. खान ने बताया कि इन बच्चों में कला के साथ ही संरक्षण की भावना जागेगी। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. अखिलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि कल 30 जून को प्रातः 11:00 बजे जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय द्वारा प्रदर्शनी का समापन किया जाएगा।
