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‘आजम के गढ़’ और ‘आजमगढ़’ में मोदी-योगी ने लहरा ही दिया भगवा

-लोकसभा उपचुनाव 2022

-आजमगढ़ से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल निरहू और रामपुर से घनश्याम सिंह लोधी हुए निर्वाचित

-समाजवादी पार्टी को दोनों सीटों पर था भरोसा, धर्मेंद्र यादव और आसिम राजा थे उम्मीदवार

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बलिया : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद रिक्त हुए लोकसभा सीटों पर चुनाव के परिणाम ने समाजवादी पार्टी को सोचने पर विवश किया है। आजम के गढ़ रामपुर और अखिलेश यादव की सीट रही आजमगढ़ से मोदी और योगी की थोड़ी ने अंततः भगवा लहरा ही दिया है। आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव को हरा दिनेश लाल यादव तथा रामपुर से आसिम राजा को हरा घनश्याम सिंह लोधी निर्वाचित हो गए हैं। दोनों सीटों को समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव औऋ आजम खां विधानसभा में निर्वाचित होने के बाद रिक्त किए थे।

विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में योगी सरकार को उलाट सरकार बनाने का दावा पेश किया था। चुनाव में उनका मिशन फेल हो गया और योगी आदित्यनाथ ने दोबारा सूबे में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। समाजवादी पार्टी के दिग्गज माने जाने वाले आजम खां और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा सदस्य होते हुए भी विधायक का चुनाव लड़े और निर्वाचित हो गए। चुनाव बाद सपा की सरकार नहीं बनी तो भी दोनों दिग्गजों ने सूबे की राजनीति को धार देने के उद्देश्य से लोकसभा की सदस्यता त्याग दिया। यूपी में लोकसभा की दो सीटें इससे रिक्त हुईं तो यहां उप चुनाव हुआ। आजमगढ़ और रामपुर समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से अपने ही परिवार के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया तो रामपुर से आसिम राजा उम्मीदवार बनाए गए। भाजपा ने आजमगढ़ से पुनः दिनेश लाल यादव को उम्मीदवार बनाया तो रामपुर से घनश्याम सिंह लोधी को। समाजवादी पार्टी के गढ़ में योगी और मोदी के नेतृत्व को जनता ने स्वीकार करते हुए भाजपा उम्मीदवारों को निर्वाचित किया। यूं कहा जाए तो 2024 लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी को सोचना विचारना होगा।

पंजाब में भी आम आदमी पार्टी को पड़ा हारना

पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। यह सीट पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान के इस्तीफे से रिक्त हुई थी। आम आदमी के कोटे में रही इस सीट को शिरोमणि अकाली दल ने हथिया लिया। आम आदमी पार्टी ने इस सीट से गुरमेल सिंह को मैदान में उतारा था। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने उन्हें परास्त करते हुए जीत दर्ज कर ली।

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