-सिस्टम की दुर्व्यवस्था
-अधीक्षक ने उच्च अधिकारियों संग घटना की सूचना पुलिस को भी दी



अतीश कुमार उपाध्याय
हल्दी (बलिया) : क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनवानी के अधीक्षक के साथ गुरुवार कि सुबह 108 व 102 एम्बुलेंस के चालकों द्वारा जमकर अभद्रता की गई। अभद्रता करते हुए चालकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। अधीक्षक डॉ मुकर्रम ने इसकी लिखित सूचना अपने उच्च अधिकारियों के साथ-साथ हल्दी पुलिस को भी दिया है।

पुलिस को दी गयी तहरीर के अनुसार गुरुवार कि सुबह करीब 9.30 बजे एम्बुलेंस 108 व 102 के चालक सतीश, हरीश तथा हरविजय पांडेय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनवानी के अधीक्षक कार्यालय में आकर गाली गलौज तथा अभद्रता करने लगे। हल्ला सुनकर अस्पताल के स्टाफ द्वारा बीच बचाव किया गया। इसी बीच चालक सतीश ने अधीक्षक को धमकी देते हुए कहा कि अब इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना। बताते चलें कि उक्त मामला चिकित्सक आवास खाली कराने को लेकर हुआ था। चिकित्सक आवास खाली रहने के कारण कुछ दिनों से 108 व 102 के चालक स्टाफ द्वारा अवैध कब्जा कर उसमें अपना डेरा जमा लिया गया था। दो नए चिकित्सकों के आने के बाद अधीक्षक डॉ मुकर्रम ने इन लोगों से आवास खाली करके कैम्पस के दूसरे आवास में जाने के लिए कहा। बस इसी बात को लेकर चालक चिकित्सक के साथ भीड़ गए।

मनमानी है यहां चालकों की
ज्ञातव्य हो कि इस एम्बुलेंस कि सेवा पहले 24 घंटे के लिए उपलब्ध रहती थी तब यह जिले से संचालित हुआ करती थी जिसके नोडल अधिकारी होता था। आज यह लखनऊ से एनजीओ द्वारा संचालित होती हैं। घंटों इंतजार के बाद भी इनकी सेवा मिल नहीं पाती हैं।मजबूरन मरीज को प्राइवेट गाड़ी करके मुख्यालय जाना पड़ता हैं। वही गरीब एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण अपनी जान गवां देता हैं। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। सीएचसी सोनवानी पर उपलब्ध इंट्री रजिस्टर के अनुसार 108 और 102 कि इंट्री मार्च 21 के बाद हुआ ही नहीं। इस संबंध ने अधीक्षक ने बताया कि बिना रजिस्टर में एंट्री कराए ये लोग प्रतिदिन फर्जी आईडी बनाकर अपने सुपरवाइजर के साथ मिलकर गोलमाल करते हैं। वही क्षेत्रीय लोगों की माने तो कभी भी एम्बुलेंस की सुविधा समय से नहीं मिलती है। यहां एम्बुलेंस होने के बाद भी दूसरे अस्पतालों से एम्बुलेंस को आना पड़ता है। फोन पर बताया जाता है कि यह के एम्बुलेंस से संपर्क नही हो पा रहा है।
